संवाददाता – प्रमोद शर्मा, बरेली बरेली के थाना फरीदपुर क्षेत्र के ग्राम जेड से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने ग्रामीण राजनीति की असलियत को उजागर कर दिया है। ग्राम प्रधान का परिवार जहां विकास और कल्याण का प्रतीक होना चाहिए, वहीं अब राजनीतिक दुश्मनी और साजिश का शिकार बन रहा है।
प्रधान पति पर हमला,सत्ता का संघर्ष और गांव की साजिश
पीड़ित कल्लू शाह, जो ग्राम प्रधान की पत्नी के स्वामी हैं, 19 अगस्त की रात करीब साढ़े नौ बजे अपने मछली के तालाब की देखरेख करने निकले थे। रास्ते में पहले से घात लगाए बैठे गांव के कुछ प्रभावशाली लोगों ने उन्हें घेर लिया। आरोप है कि उन लोगों ने न केवल गालियां दीं, बल्कि “प्रधान पद से बेदखली” की धमकी और शारीरिक हमला करने की भी कोशिश की। हालांकि गांववालों के हस्तक्षेप से उनकी जान बच गई।
अवैध कब्जे और चोरी का खेल,सत्ता का संघर्ष और गांव की साजिश
यह विवाद किसी व्यक्तिगत रंजिश का नतीजा नहीं माना जा रहा, बल्कि इसके पीछे लंबे समय से चल रहे अवैध कब्जों और चोरी का खेल छिपा है।
- मस्जिद व मजार के दान पात्र को बार-बार तोड़ा गया।
- चढ़ावे की रकम गायब की जाती रही।
- यहां तक कि जनरेटर का अल्टीनेटर तक चोरी कर बेचा गया।
- धार्मिक स्थलों की आड़ में निजी होटल और नाश्ते के खोखे खुले।
जब भी इन गतिविधियों का विरोध हुआ, तो प्रतिरोध करने वालों को धमकी और मारपीट के जरिए चुप कराने की कोशिश की गई। यह मामला केवल प्रधान पति पर हुए हमले का नहीं है, बल्कि इसने गांव के लोकतांत्रिक ढांचे पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। यदि प्रतिनिधि परिवार ही सुरक्षित नहीं है, तो आमजन की सुरक्षा की गारंटी कैसे दी जा सकती है?
पुलिस में तहरीर ,सत्ता का संघर्ष और गांव की साजिश
पीड़ित कल्लू शाह ने फरीदपुर थाने में आरोपियों के खिलाफ नामजद तहरीर देकर अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।