रिपोर्टर अमित शर्मा जनपद औरैया में कानून-व्यवस्था को मजबूती देने और आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने हेतु पुलिस द्वारा समय-समय पर मॉक ड्रिल आयोजित की जाती रही है। इसी क्रम में मंगलवार, 3 दिसंबर 2025 को पुलिस कार्यालय के सामने स्थित ओपन ग्राउंड में बड़े पैमाने पर दंगा नियंत्रण मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का नेतृत्व स्वयं पुलिस अधीक्षक अभिषेक भारती ने किया।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य जिले की पुलिस फोर्स को किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित, संयमित और प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार करना है। इस दौरान जनपद के सभी थाना प्रभारियों को उनके अधीनस्थ बल सहित मौके पर बुलाया गया, ताकि वास्तविक परिस्थितियों जैसी स्थिति में टीम वर्क और रणनीति का मूल्यांकन किया जा सके।

ड्रिल में दंगाइयों पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी प्रमुख तरीकों को व्यवहारिक रूप से प्रदर्शित किया गया। इसमें लाठीचार्ज की तकनीक, गैस गन का उपयोग, वाटर ग्रेनेड का प्रयोग और भीड़ को तितर-बितर करने के अन्य आधुनिक माध्यम शामिल रहे। स्थिति गंभीर होने की दशा में अपनाए जाने वाले वैकल्पिक उपायों की भी विस्तृत जानकारी दी गई, जिसे सभी अधिकारियों और जवानों ने बारीकी से सीखा।
अभ्यास के दौरान पुलिस बल ने प्रशिक्षित तरीके से एक आक्रामक भीड़ पर नियंत्रण पाने की संपूर्ण प्रक्रिया का प्रदर्शन किया। सुरक्षात्मक मुद्रा, ढाल गठन, भीड़ को पीछे हटाने की रणनीति, बार-बार атакों के बीच संयम बनाए रखना और आदेशात्मक अनुशासन—इन सभी बिंदुओं पर जवानों की कौशलता की परख की गई। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मॉक ड्रिल में फोर्स का प्रदर्शन संतोषजनक रहा है और इससे भविष्य में ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने की क्षमता और अधिक मजबूत होगी।
उल्लेखनीय है कि इसी तरह का अभ्यास पहले रात्रि में भी आयोजित किया जा चुका है, जबकि आज इसे दिन में कराया गया, ताकि अलग-अलग परिस्थितियों में तैयारियों का परीक्षण किया जा सके। पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपनी-अपनी टीमों को नियमित रूप से प्रशिक्षित करते रहें, जिससे जनपद में कानून-व्यवस्था हर स्थिति में प्रभावी और मजबूत बनी रहे।
