उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां बीजेपी महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी और पुलिस सिपाही के बीच हुई तीखी बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह पूरा विवाद 14 साल की एक बच्ची की मौत के बाद भड़का, जिसने इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया।

जानकारी के मुताबिक, बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। इसी बीच मौके पर पहुंचीं बीजेपी महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी की पुलिसकर्मियों से कहासुनी हो गई। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि अनीता त्रिपाठी एक सिपाही को कड़ी फटकार लगाते हुए कहती हैं, “दिमाग खराब ना हो, मिनट में ठीक कर दूंगी”। इस बयान के बाद वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया।
बताया जा रहा है कि महिला नेता का आरोप है कि पुलिस ने बच्ची की मौत के मामले में शुरुआत से ही गंभीरता नहीं दिखाई और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में देरी की जा रही है। इसी बात को लेकर उनकी नाराजगी पुलिसकर्मियों पर फूट पड़ी। मौके पर मौजूद लोगों ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया, जो अब अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। विपक्षी दलों ने इसे सत्ता का दुरुपयोग बताते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है, वहीं बीजेपी समर्थकों का कहना है कि महिला नेता पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठा रही थीं और उनकी नाराजगी जायज है। सोशल मीडिया पर लोग दो धड़ों में बंटे नजर आ रहे हैं—कुछ लोग महिला नेता के तेवरों की आलोचना कर रहे हैं, तो कुछ पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।
पुलिस प्रशासन की ओर से मामले में जांच की बात कही गई है। अधिकारियों का कहना है कि बच्ची की मौत के कारणों की गहन जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही वायरल वीडियो की भी समीक्षा की जा रही है, ताकि पूरे घटनाक्रम की सच्चाई सामने आ सके।
फिलहाल, कानपुर वायरल न्यूज के इस मामले ने एक बार फिर पुलिस-राजनीति टकराव को चर्चा के केंद्र में ला दिया है। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि बच्ची को न्याय कब और कैसे मिलता है और वायरल वीडियो को लेकर प्रशासन क्या कदम उठाता है।
