कानपुर देहात जिले में लगातार बढ़ती ठंड और शीतलहर (Cold Wave) के चलते प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को देखते हुए नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों को 20 दिसंबर तक बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा जारी इस आदेश के बाद जिले भर के अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन को राहत मिली है।

बढ़ती ठंड और घने कोहरे से हालात बिगड़े
पिछले कुछ दिनों से कानपुर देहात में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। सुबह और देर रात घना कोहरा और ठंडी हवाएं चलने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों तक ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है। ऐसे में छोटे बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ गई थी।
जिला प्रशासन का अहम फैसला
शीतलहर को देखते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने यह आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार,नर्सरी, केजी, प्राथमिक, जूनियर, माध्यमिक और इंटरमीडिएट (कक्षा 12वीं) तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे।यह आदेश सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी विद्यालयों पर समान रूप से लागू होगा।प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आदेश का उल्लंघन करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई की जा सकती है।
बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता
जिला प्रशासन का कहना है कि ठंड के कारण बच्चों में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। खासतौर पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को शीतलहर से ज्यादा नुकसान होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए स्कूल बंद करने का फैसला लिया गया है।
अभिभावकों ने फैसले का किया स्वागत
स्कूल बंद होने की खबर के बाद अभिभावकों ने प्रशासन के फैसले की सराहना की है। अभिभावकों का कहना है कि सुबह के समय अत्यधिक ठंड और कोहरे में बच्चों को स्कूल भेजना जोखिम भरा हो जाता है। वहीं, कई स्कूलों ने ऑनलाइन होमवर्क या वैकल्पिक पढ़ाई की व्यवस्था करने की बात कही है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में शीतलहर और कोहरे का असर और बढ़ सकता है। लोगों को सुबह और रात के समय अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है।
