झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से एक बार फिर भ्रष्टाचार से जुड़ा गंभीर मामला सामने आया है। यहां आबकारी इंस्पेक्टर सोनीबाला जायसवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह कथित तौर पर ठेकेदार से रिश्वत लेते हुए नजर आ रही हैं। वीडियो में फाइल आगे बढ़ाने के बदले पैसे की बातचीत और डीएम कार्यालय का जिक्र भी साफ तौर पर सुना जा सकता है, जिससे प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई है।

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि आबकारी इंस्पेक्टर एक निजी स्थान पर ठेकेदार से बातचीत कर रही हैं। बातचीत के दौरान ठेकेदार द्वारा काम कराने के एवज में पैसों की चर्चा होती है और इंस्पेक्टर कथित रूप से रकम स्वीकार करती दिखाई दे रही हैं। वीडियो में यह भी कहा जा रहा है कि फाइल को आगे बढ़ाने में डीएम कार्यालय तक सेटिंग की जरूरत है। हालांकि, वीडियो की पुष्टि स्वतंत्र रूप से नहीं की गई है, लेकिन इसके सामने आने के बाद आबकारी विभाग में हड़कंप मच गया है।
पुराना बताया जा रहा वीडियो
सूत्रों के मुताबिक, यह वीडियो पुराना बताया जा रहा है, लेकिन अब इसके अचानक सामने आने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि वीडियो की प्रामाणिकता की जांच की जा रही है। यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की साख पर सवाल
इस वायरल वीडियो ने एक बार फिर सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार को लेकर आम जनता के बीच नाराजगी बढ़ा दी है। आबकारी विभाग जैसे संवेदनशील महकमे में इस तरह के आरोप न केवल विभाग की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि शासन-प्रशासन की पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े करते हैं। सोशल मीडिया पर लोग मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।बताया जा रहा है कि मामले को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है और जल्द ही विभागीय जांच के आदेश दिए जा सकते हैं। आबकारी विभाग की ओर से यह भी कहा गया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है और किसी भी स्तर पर लापरवाही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि वायरल वीडियो के बाद प्रशासन क्या कदम उठाता है और क्या आरोपी अधिकारी पर कार्रवाई होती है या नहीं।
