औरैया | रिपोर्ट: अमित शर्मा उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एरवाकटरा थाना क्षेत्र में वयस्कों के लिए बने कफ सिरप का सेवन कराने से 20 माह के मासूम की मौत हो गई, जबकि उसका 8 माह का भाई गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और प्रशासन ने तत्काल बड़ी कार्रवाई की है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सचिन अपनी पत्नी और दो बच्चों—रोहन (20 माह) और सोहन (8 माह)—के साथ नगला कहारन स्थित अपने मौसा प्रकाश बाबू के घर एक मुंडन कार्यक्रम में शामिल होने गया था। रात के समय दोनों बच्चों को खांसी-जुकाम की शिकायत हुई। इस दौरान घर में पहले से रखा वयस्कों के लिए बना कफ सिरप बच्चों को पिला दिया गया।
कफ सिरप पीते ही दोनों बच्चों की हालत अचानक बिगड़ गई। घबराए परिजन आनन-फानन में बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने रोहन को मृत घोषित कर दिया। वहीं सोहन की हालत गंभीर होने पर उसे तुरंत सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।घटना की सूचना मिलते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) सुरेंद्र सिंह, ड्रग इंस्पेक्टर ज्योत्सना आनंद और उपजिलाधिकारी अमित कुमार मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने परिजनों से पूछताछ की और यह जानने का प्रयास किया कि कफ सिरप कहां से आया था और उसका उपयोग कैसे किया गया।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि यह कफ सिरप करीब डेढ़ माह पहले किसी वयस्क के लिए खरीदा गया था और घर में रखा हुआ था। बच्चों को दिए जाने से पहले किसी डॉक्टर से सलाह नहीं ली गई थी।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरु प्रसाद अस्पताल/क्लीनिक से कफ सिरप के नमूने लेकर उन्हें लखनऊ लैब भेज दिया है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि सिरप में कोई मिलावट थी या यह मामला ओवरडोज़ का है। साथ ही मृतक बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया गया है, जहां डॉक्टरों के पैनल द्वारा जांच की जा रही है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने गुरु प्रसाद क्लीनिक को सील कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि बिना चिकित्सकीय परामर्श बच्चों को दवाइयां बिल्कुल न दें, खासकर वयस्कों की दवाएं।
