उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की मौत के मामले में पुलिस ने महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को पुलिस उसे कोर्ट लेकर पहुंची, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में उरई जेल भेज दिया गया। देर शाम महिला सिपाही को जेल में दाखिल कराया गया।कोर्ट ले जाने के दौरान महिला सिपाही ट्रैक सूट पहने हुई थी और चेहरे पर रुमाल बांध रखा था। पुलिस सुरक्षा के बीच उसे पेश किया गया।

शनिवार से पुलिस कस्टडी में थी
पुलिस मीनाक्षी शर्मा को शनिवार से ही कस्टडी में लिए हुए थी। इस दौरान लगातार उससे पूछताछ की जाती रही। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान महिला सिपाही कई सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी।रविवार दोपहर पुलिस टीम उसे प्राइवेट कार से मेडिकल जांच के लिए कुठौंद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गई थी।
मौत के समय कमरे में मौजूद थी महिला सिपाही
पुलिस जांच में सामने आया है कि जिस समय इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की मौत हुई, उस वक्त महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा उनके कमरे में मौजूद थी। इस मामले में इंस्पेक्टर की पत्नी माया राय ने मीनाक्षी शर्मा पर हत्या करने या करवाने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई थी।
सुसाइड या हत्या, अब भी सुलझी नहीं गुत्थी
इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की मौत की गुत्थी अभी पूरी तरह सुलझ नहीं पाई है।
शुरुआती जांच में मामला महिला सिपाही की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर आत्महत्या का बताया जा रहा था।
- इंस्पेक्टर का शव मच्छरदानी के अंदर मिला
- कमरे से 9 एमएम पिस्टल से चली गोली बरामद हुई
- गोली दीवार में धंसी हुई थी
शुरुआती जांच में बड़ा दावा
प्रारंभिक जांच के मुताबिक, महिला सिपाही को कमरे में देखते ही इंस्पेक्टर ने खुद को गोली मार ली। घटना के तुरंत बाद महिला सिपाही सिर्फ 3 मिनट में थाने पहुंची और वहां से फरार हो गई। इसी संदिग्ध व्यवहार के चलते पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी।
जांच जारी
फिलहाल पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट, फोरेंसिक जांच और कॉल डिटेल्स के आधार पर मौत की असली वजह सामने लाने की कोशिश की जा रही है।
