कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से एक अनोखा और चर्चा में आने वाला मामला सामने आया है, जहां एक प्रेमी जोड़े ने सभी सामाजिक बंधनों को दरकिनार करते हुए मंदिर में शादी रचा ली। खास बात यह है कि लड़की, लड़के की रिश्ते में मौसी लगती थी, जिसके कारण दोनों परिवार इस विवाह के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन पुलिस हस्तक्षेप और दोनों पक्षों के बीच समझौते के बाद यह विवाह संभव हो पाया।

मोहब्बतपुर पइंसा थाना क्षेत्र के रहने वाले 24 वर्षीय कृष्णा कुमार और चित्रकूट की रहने वाली संजना देवी के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध चल रहा था। दोनों कई वर्षों से शादी करना चाहते थे, लेकिन पारिवारिक नाराजगी और सामाजिक रिश्ते की वजह से उन्हें लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा था। रिश्ते के चलते परिवार इस विवाह को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे, जिससे प्रेमी जोड़ा काफी परेशान था।
इसी तनाव के चलते, संजना देवी ने उदिहीन खुर्द चौकी पहुंचकर पुलिस से मदद की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों पक्षों को चौकी पर बुलाया और विस्तृत बातचीत कराई। पुलिस के समझाने और माहौल को शांत करवाने के बाद आखिरकार दोनों परिवार शादी के लिए तैयार हो गए।
इसके बाद चौकी के ठीक बगल में स्थित मंदिर में धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ विवाह संपन्न हुआ। कृष्णा कुमार और संजना ने एक-दूसरे को माला पहनाई और कृष्णा ने संजना को मंगलसूत्र पहनाकर अपने संबंध को आधिकारिक रूप दिया। इस दौरान मंदिर परिसर में डीजे और बाजे का भी आयोजन किया गया, जिससे माहौल पूरी तरह शादी समारोह में बदल गया। प्रेमी जोड़े ने पारंपरिक फेरे लेकर अपनी नई जिंदगी की शुरुआत की।
इस अनोखे विवाह ने स्थानीय क्षेत्र में खूब चर्चा बटोरी है। जहां एक ओर सामाजिक रिश्तों के कारण यह शादी मुश्किल में थी, वहीं पुलिस की पहल और संवाद से मामला खुशी में बदल गया।
कौशांबी के इस मामले ने यह भी दिखाया है कि सही प्रयास और शांतिपूर्ण संवाद से सबसे कठिन सामाजिक विरोध भी हल किए जा सकते हैं।
