कानपुर देहात। बुधवार रात हुई तेज बारिश ने जिले के मैथा क्षेत्र के किसानों पर कहर ढा दिया। बेमौसम बरसात के कारण खेतों में कटी पड़ी धान की फसलें पानी में डूबकर पूरी तरह बर्बाद हो गईं। सबसे अधिक प्रभावित गांवों में सिंहपुर शिवली, नेवादा देवराय, नुनारी बहादुरपुर औनहां, जसवंतपुर मोगरा, खलकपुर, करोम, मवैया, औरंगाबाद, भेवान और जैतपुर शिवली शामिल हैं।
किसानों का कहना है कि धान के साथ-साथ लाही और आलू की फसलें भी भारी नुकसान की चपेट में आ गई हैं। खेतों में पानी भरने से कई जगह फसलें सड़ने लगी हैं। किसानों ने बताया कि वे पूरी तरह खेती पर निर्भर हैं और ऐसी स्थिति में परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने सरकार से शीघ्र फसल क्षति का सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग की है।

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि बारिश इतनी तेज थी कि खेतों में जलभराव के साथ कई जगह मेड़ों तक टूट गईं। कई किसानों की कटी फसलें खेतों में बह गईं। फिलहाल प्रशासन की ओर से टीम भेजने की तैयारी की जा रही है ताकि नुकसान का सही आकलन किया जा सके।
किसानों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि मौसम के इस संकट को देखते हुए तत्काल राहत और बीमा क्लेम की प्रक्रिया शुरू की जाए, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति संभल सके।
