कानपुर – कानपुर में इंसानियत और ममता दोनों को झकझोर देने वाला मामला सामने आया। बेटे और बहू ने अपनी बुजुर्ग मां को घर से निकाल दिया, जिसके बाद आंसुओं से भरी आंखों के साथ मां डीएम दरबार पहुंचीं। मामला सुनकर डीएम जितेंद्र कुमार सिंह खुद भावुक हो गए और तुरंत बेटे को दफ्तर बुलवाया।

दो घंटे में सुलह, मां-बेटे का रिश्ता फिर जुड़ा
डीएम ने बेटे को कड़ी फटकार लगाई और पारिवारिक मान-सम्मान का महत्व समझाया। करीब दो घंटे की बातचीत के बाद आखिरकार बेटे ने अपनी गलती मानी और मां को वापस घर ले जाने की बात कही। डीएम ने दोनों से सुलह कराई और कहा
“मां से बड़ा कोई नहीं, उनका आशीर्वाद ही जिंदगी की असली पूंजी है।”
मां बोलीं — “तुम मेरे दूसरे बेटे हो”
भावुक पल उस समय आया जब बुजुर्ग मां ने डीएम जितेंद्र कुमार सिंह के पैर छुए और कहा —“तुम मेरे दूसरे बेटे हो… भगवान ने आज तुम्हारे रूप में मुझे न्याय दिया है।”इस भावुक दृश्य को देख वहां मौजूद अफसरों और कर्मचारियों की आंखें भी नम हो गईं।
घटना ने दिया बड़ा संदेश
कानपुर में हुई इस घटना ने समाज को एक बड़ा संदेश दिया है — माता-पिता का सम्मान ही सच्ची सेवा है। प्रशासन की त्वरित पहल से जहां एक परिवार फिर से जुड़ गया, वहीं लोगों में डीएम की सराहना हो रही है।
