कानपुर उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के चौबेपुर के गौरी लख्खा गांव में स्थित 100 साल से अधिक पुराने शिव मंदिर में रविवार सुबह अराजक तत्वों ने तोड़फोड़ कर दी। मंदिर के अंदर मौजूद शिवलिंग और नंदी की मूर्तियों को खंडित कर दिया गया। घटना की जानकारी मंदिर में दर्शन करने आए व्यक्ति के जरिए पूरे गांव में आग की तरह फैल गई,

जिससे ग्रामीणों में भारी गुस्सा और आक्रोश पैदा हो गया।ग्रामीणों ने तुरंत चौबेपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मौके पर पहुंची पुलिस ने मंदिर के अंदर की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई और मामले की जांच में जुट गई।
गांव के ब्लॉक प्रमुख विनोद शुक्ला ने बताया कि अराजक तत्वों ने मंदिर की मूर्तियों को जानबूझकर तोड़ा है। “यह पूरी तरह गलत और समाज के लिए खतरनाक काम है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए,” उन्होंने कहा।जानकारी के अनुसार, तीन महीने पहले मंदिर का जीर्णोद्धार स्थानीय निवासी मनु के परिवार ने कराया था। इसके अलावा, नरेगा योजना के तहत मंदिर तक जाने वाली सड़क का निर्माण भी मनु के परिवार ने ही करवाया था।
माना जा रहा है कि इस काम से कुछ शरारती तत्व असंतुष्ट थे और उन्होंने इसी वजह से मंदिर में तोड़फोड़ की।मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि गांव में शांति बनाए रखी जा सके। चौबेपुर थाना अध्यक्ष ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। खंडित मूर्तियों को पुलिस ने मंदिर से हटा दिया है। घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है और ग्रामीण समाज में सुरक्षा और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर गंभीर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।
