रिपोर्ट – अनुज सैनी, मुजफ्फरनगर मुजफ्फरनगर कचहरी परिसर में शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की मासिक पंचायत आयोजित की गई, जिसमें यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत सहित जिले के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। कलेक्ट्रेट परिसर में किसानों की भारी भीड़ भी जुटी रही।

पंचायत के दौरान नरेश टिकैत ने बिजली चकबंदी, प्रशासन में भ्रष्टाचार और गन्ना मूल्य जैसे मुद्दों पर खुलकर बात की। उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि“मुख्यमंत्री ने गीदड़ों से दोस्ती कर ली, असली दोस्ती तो शेर से करनी चाहिए थी। जो लोग संगठन से बाहर गए हैं, वह वापस आ जाएं तो अच्छा है।”
भाकियू सुप्रीमो ने मीडिया से बातचीत में कहा कि किसानों के मुद्दे गन्ना उत्पादन, बिजली, चकबंदी और स्मार्ट मीटर से जुड़े हुए हैं। उन्होंने प्रशासन में धांधली और भ्रष्टाचार पर भी चिंता जताई।
नरेश टिकैत ने चेतावनी दी कि अगर सरकार किसानों के हितों की अनदेखी करती रही तो आंदोलन की स्थिति बन सकती है। उन्होंने कहा कि जो किसान हित से अलग बात करेगा, वह गीदड़ है। उनका संदेश स्पष्ट था कि संगठन की ताकत किसानों की सुरक्षा और हित में है।
गन्ना उत्पादन की लागत और उसके उचित मूल्य पर भी उन्होंने बात की। नरेश टिकैत ने कहा कि“गन्ना पैदा करने में 500 रुपये का खर्चा आता है, लेकिन हम नहीं चाहते कि किसान को अत्यधिक मूल्य का बोझ पड़े।”भाकियू सुप्रीमो का यह बयान जिले में किसान आंदोलन और आगामी राजनीतिक गतिविधियों पर नया विमर्श पैदा कर रहा है। पंचायत के दौरान किसानों ने अपने मुद्दों के समाधान की उम्मीद जताई और टिकैत के नेतृत्व में संगठन के एकजुट रहने का भरोसा व्यक्त किया।