कानपुर ब्लास्ट: अवैध पटाखों के धमाके के बाद शुरू हुआ अफवाहों का सिलसिला, 26 हिरासत में, 100 क्विंटल से अधिक विस्फोटक जब्त

कानपुर ब्लास्ट: अवैध पटाखों के धमाके के बाद शुरू हुआ अफवाहों का सिलसिला, 26 हिरासत में, 100 क्विंटल से अधिक विस्फोटक जब्त

रिपोर्ट : हिमांशु शर्मा-कानपुर ब्लास्ट: कानपुर के मेस्टन रोड स्थित मिश्री बाजार में बुधवार रात 7:30 बजे अवैध पटाखों के भंडार में हुए धमाके ने शहर में हड़कंप मचा दिया। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर अफवाहों और भ्रामक खबरों का दौर शुरू हो गया, जिसके जरिए घटना के बाद कुछ असामाजिक तत्वों ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की। पुलिस ने घटना के बाद साफ शब्दों में स्पष्ट कर दिया था कि यह विस्फोट किसी आतंकी घटना, या देशविरोधी गतिविधियों से जुड़ा नही है । ये धमाका अवैध पटाखों के बारूद के कारण हुआ, जिसमें कोई जनहानि नहीं हुई। मामले में कानपुर पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 26 संदिग्धों को हिरासत में लिया और पटाखो के अवैध भंडारण पर देर रात से चल रहे सर्च ऑपरेशन में पुलिस के द्वारा अलग अलग क्षेत्रों से पहले दिन ही अबतक 100 क्विंटल से अधिक अवैध विस्फोटक सामग्री जब्त की। साथ ही, चोरी की स्कूटी से बारूद की आपूर्ति करने वालों को भी पुलिस नेगिरफ्तार किया है । जिनपर भी कार्यवाही की तैयारियां पूरी हो चुकी है ।

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अफवाहों ने बढ़ाया तनाव, पुलिस ने किया खंडन

धमाके के बाद सोशल मीडिया पर कुछ असामाजिक तत्वों ने भ्रामक खबरें फैलाकर माहौल खराब करने की कोशिश की। कुछ ने सैनिकों की मौत की अफवाह उड़ाई, तो कुछ ने मस्जिद को क्षतिग्रस्त होने का दावा किया। एक फर्जी खबर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवकों की संलिप्तता का भी निराधार आरोप लगाया गया। कानपुर पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने इन अफवाहों का खंडन करते हुए कहा, “यह धमाका अवैध पटाखों के कारण हुआ, और इसमें किसी सामाजिक या संगठनात्मक साजिश के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। भ्रामक खबरें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” ऐसे में कानपुर पुलिस के द्वारा कुछ अफ़वाह फैलाने वाली पोस्टों के सोशल मीडिया हैंडल भी शेयर किए गए है ।

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जिसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसियों (एनआईए) और अन्य खुफिया विभागों ने इन अफवाहों के पीछे संदिग्ध तत्वों की पहचान शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि कुछ बाहरी और स्थानीय असामाजिक तत्व सामाजिक माहौल को खराब कर घटना को गलत तथ्यों के साथ तोड़मरोड़ कर फैलाने की कोशिश में जुटे हैं। पुलिस आयुक्त ने ऐसे में नागरिकों से अपील भी की है कि वे सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली अनधिकृत खबरों पर भरोसा न करें और शांति बनाए रखें।

पुलिस की कार्रवाई: 26 हिरासत में, स्कूटी चोर भी पकड़े गए

पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने गुरुवार देर शाम मीडिया से वार्ता करते हुए बताया कि धमाके के बाद शहर में कई थानाक्षेत्रों में अवैध रूप से किए गए पटाख़ों के भंडारण के खिलाफ़ व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान:

  • 100 क्विंटल अवैध पटाखे जब्त मूलगंज, फजलगंज, नौबस्ता और गोविंद नगर जैसे इलाकों से भारी मात्रा में अवैध विस्फोटक सामग्री बरामद की गई।
  • 18 दुकानें और 3 गोदाम सील अवैध भंडारण और बिक्री के लिए इस्तेमाल होने वाली दुकानों और गोदामों पर ताला लगा दिया गया।

– 26 संदिग्ध हिरासत में हिरासत में लिए गए लोगों में 18 मूलगंज, 3-3 फजलगंज और गोविंद नगर, तथा 2 नौबस्ता से हैं। इनमें अवैध पटाखों की बिक्री और भंडारण से जुड़े लोग शामिल हैं।

कानपुर के मूलगंज थाना क्षेत्र में पटाखा विस्फोट की घटना के बाद अफवाहों का बाजार गर्म है , पुलिस ने किसी भी आतंकी घटना या खालिस्तान फोर्स से जुड़ाव की भ्रामक खबरों का खंडन किया है । पुलिस कमिश्नर ने साफ शब्दों में कहा कि ये घटना लो इंटेंसटिव एक्सप्लोसिव धमाके यानी पटाखा विस्फोट की घटना है जिसकी जांच हमारी जांच एजेंसियों ने बारीकी से कर ली है ।

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