हाथरस उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले से एक दुखद और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जिले के कोतवाली हसायन क्षेत्र के इटरनी गांव में 20 अक्टूबर 2025 की रात, नरेंद्र कुमार के 12 वर्षीय बेटे कपिल को सोते वक्त जहरीले सांप ने काट लिया। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे नज़दीकी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।

परिवार का कहना था कि वे बच्चे को जीवित करने की उम्मीद छोड़ना नहीं चाहते थे। इसके लिए उन्होंने चार दिनों तक झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र का सहारा लिया। पहले एक तांत्रिक को बुलाया गया जिसने कई घंटों तक क्रियाएं कीं, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। असफल होने पर शव को गांव में दफना दिया गया। अगले दिन परिजन एक और तांत्रिक को लेकर आए और शव को कब्र से निकालकर झाड़-फूंक दोबारा शुरू कर दी।

चार दिनों तक यह सिलसिला चलता रहा, जब कोई परिणाम नहीं दिखा तो अंततः 24 अक्टूबर 2025 को परिजन ने पुलिस को सूचना दी। कोतवाली हसायन पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
अंधविश्वास की जड़ें गहरी
यह घटना इलाके में सनसनी फैलाने वाली साबित हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि शिक्षा और तकनीक के इस युग में भी अंधविश्वास किस तरह लोगों की सोच पर हावी है, यह सोचने पर मजबूर करता है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी भी आपात स्थिति में सिर्फ डॉक्टर और योग्य विशेषज्ञों की सलाह लें।
