मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश। नवरात्र के शुभ अवसर से पहले मुरादाबाद के थाना मुगलपुरा क्षेत्र स्थित प्राचीन माता काली मंदिर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। हजारों की संख्या में लोग सुबह से ही दर्शन के लिए मंदिर के बाहर कतार में खड़े थे। श्रद्धालुओं का कहना था कि यह मंदिर काफी प्राचीन है और माता रानी सच्ची निष्ठा और भावनाओं के साथ लाए गए मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं।
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— NATION NOW समाचार (@nnstvlive) September 22, 2025
मंदिर की विशेषताएँ
मंदिर में तैनात पुजारी ने बताया कि यह मंदिर लगभग 400 वर्ष पुराना है और यहाँ मातारानी, शिव, शनिदेव, विष्णु देव सहित कई देवी-देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित हैं। मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहाँ की एक जोत पिछले 70 वर्षों से लगातार जली हुई है, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखती है।

महंत और पुजारी की बातें
महंत रामगिरी ने बताया कि मुरादाबाद एवं आसपास के श्रद्धालु नवरात्र के दौरान विशेष आस्था और श्रद्धा के साथ मंदिर में दर्शन करने आते हैं। उनका कहना है कि सनातन धर्म में यह पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण है और सभी धर्मालंबियों को इस अवसर पर माता रानी के दर्शन अवश्य करने चाहिए। पंडित अनुदक्षित ने भी कहा कि यदि कोई व्यक्ति मंदिर तक नहीं पहुँच पाता तो अपने घर में माता रानी के नाम से एक जोत जलाकर सेवा कर सकता है।

प्रशासन और सरकार की सराहना
श्रद्धालुओं ने पुलिस प्रशासन, उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र की मोदी सरकार की भी तारीफ की कि मंदिर परिसर में सुरक्षा और व्यवस्था बेहतर बनाए रखी गई। सुबह से ही हजारों श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए कतार में खड़े थे, और यह दृश्य दर्शाता है कि नवरात्र जैसे पर्वों पर धार्मिक भावनाएँ कितनी प्रबल होती हैं।