बरेली पुलिस की पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए शुरू की गई “दर्पण” पहल गुरुवार को सख़्त कार्रवाई का मंच बन गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने संवेदनशील मामलों की फाइलें खोलते ही लापरवाही पर सीधा वार किया।बरेली: ‘दर्पण’ में नज़र आई पुलिस की ढिलाई – एक विवेचक पर जांच
बरेली। पुलिस विभाग की “दर्पण” पहल गुरुवार को सचमुच आईना बन गई, जब जनसुनवाई में वादी और विवेचक आमने-सामने आए। बरेली पुलिस की ‘दर्पण’ कार्रवाई में ढिलाई

मामलों की समीक्षा के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अनुराग आर्य ने पाया कि कुछ विवेचकों ने न तो समयबद्ध जांच की, न ही पर्याप्त साक्ष्य जुटाए। बरेली पुलिस की ‘दर्पण’ कार्रवाई में ढिलाई
ढिलाई उजागर होने पर SSP ने एक विवेचक के खिलाफ प्रारंभिक जांच (PE) के आदेश दिए, जबकि दूसरे को व्यक्तिगत फाइल में चेतावनी दर्ज की। SSP आर्य ने सख़्त शब्दों में कहा—”विवेचना में ढिलाई करने वालों की पुलिस में कोई जगह नहीं है। समयबद्ध और पारदर्शी कार्यवाही ही हमारी पहचान होगी।” बरेली: ‘दर्पण’ में नज़र आई पुलिस की ढिलाई – एक विवेचक पर जांचबरेली पुलिस की ‘दर्पण’ कार्रवाई में ढिलाई

गुरुवार की कार्रवाई में छह मामलों की समीक्षा की गई, जिसमें गुमशुदगी और गंभीर धाराओं वाले केस शामिल थे। SSP ने आदेश दिया कि ऐसे सभी मामलों की प्रगति अब हर हफ्ते समीक्षा बैठक में पेश की जाएगी। इस कदम से पुलिस विभाग में हलचल तेज हो गई है। बरेली: ‘दर्पण’ में नज़र आई पुलिस की ढिलाई – एक विवेचक पर जांच

बरेली: ‘दर्पण’ में नज़र आई पुलिस की ढिलाई – एक विवेचक पर जांच