संवाददाता : प्रमोद शर्मा लोकेशन : बरेली
बरेली। शिक्षा को गाँव-गाँव तक पहुँचाने के संकल्प के साथ स्वतंत्रता दिवस के दिन फरीदपुर तहसील के हेरोला गाँव में नवनिर्मित बाल वाटिका शिक्षा केंद्र का शुभारंभ किया गया। उपजिलाधिकारी (एसडीएम) मल्लिका नयन ने फीता काटकर विद्यालय का उद्घाटन किया और ग्रामीणों से अपील की – “अब कोई बहाना नहीं चलेगा, हर माता-पिता अपने बच्चों को शिक्षा के मंदिर तक ज़रूर भेजें।” बरेली- हेरोला गाँव में बाल वाटिका का शुभारंभ

माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष नमन कर एसडीएम ने बच्चों के साथ उत्साहभरी सेल्फी भी ली और कहा कि शिक्षा ही वह शक्ति है जो बच्चों का भविष्य गढ़ती है और गाँव को नई दिशा देती है।
ग्रामीणों की चिंता – स्कूलों का विलय बरेली- हेरोला गाँव में बाल वाटिका का शुभारंभ
इस अवसर पर ग्रामीणों ने सरकारी स्कूलों के विलय का मुद्दा उठाया। एसडीएम मल्लिका नयन ने स्पष्ट किया कि कम बच्चों वाले स्कूलों का विलय शासन की नीति है, ताकि विद्यार्थियों को बेहतर संसाधन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके।

शिक्षा की मशाल का आह्वान बरेली- हेरोला गाँव में बाल वाटिका का शुभारंभ
सैकड़ों ग्रामीणों और बच्चों की मौजूदगी में यह उद्घाटन केवल औपचारिकता नहीं रहा, बल्कि यह एक आह्वान बन गया कि गाँव का हर बच्चा अब स्कूल ज़रूर जाएगा। इस मौके पर खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, सीडीपीओ भानु प्रताप सिंह, ग्राम प्रधान अरविंद कुमार समेत कई विभागीय अधिकारी व ग्रामीण मौजूद रहे।