चेहरे पर एक्ने और पिंपल्स होना आज के समय में आम समस्या बन गई है। गलत स्किनकेयर प्रोडक्ट्स, हार्मोनल बदलाव, धूल-मिट्टी और त्वचा में अतिरिक्त तेल जमा होने से पोर्स बंद हो जाते हैं, जिससे पिंपल्स और ब्लैकहेड्स की संख्या बढ़ जाती है। हालांकि, सही स्किनकेयर रूटीन अपनाने से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।

डर्माटोलॉजिस्ट संदेश गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर बताया कि सैलिसिलिक एसिड एक बेहद असरदार इंग्रीडिएंट है, जो ऑयली और एक्ने-प्रोन स्किन के लिए उपयुक्त है। यह एक बीटा हाइड्रॉक्सी एसिड (BHA) है, जो त्वचा के अंदर गहराई तक जाकर पोर्स को साफ करता है।

सैलिसिलिक एसिड पोर्स में जमा तेल, डेड स्किन और गंदगी को हटाकर उन्हें खुला रखता है। इसका नियमित इस्तेमाल पिंपल्स और ब्लैकहेड्स को बनने से रोकता है। इसके अलावा, यह त्वचा को स्मूद बनाता है और पुराने दाग-धब्बों को भी हल्का करता है।

एक्ने-प्रोन स्किन के लिए डर्माटोलॉजिस्ट का सुझाव है कि सैलिसिलिक एसिड सीरम को हफ्ते में 3-4 बार इस्तेमाल करें और इसके बाद हल्का मॉइस्चराइज़र लगाएं। ध्यान दें कि इस सीरम का अत्यधिक उपयोग या संवेदनशील स्किन पर इसे ज्यादा देर तक लगाना त्वचा को ड्राई कर सकता है।
सैलिसिलिक एसिड के अलावा, उचित क्लींजिंग और मॉइस्चराइजिंग भी जरूरी है। इसे अपनाने से न केवल पिंपल्स कम होंगे, बल्कि त्वचा की टेक्सचर में सुधार आएगा और स्किन हेल्दी और ग्लोइंग नजर आएगी।