इंदौर/गाजीपुर/शिलांग: हनीमून पर गए इंदौर के नामी ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi murder case) की हत्या और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी के रहस्यमयी तरीके से गायब होने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। करीब दो हफ्ते से लापता सोनम 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के नंदगंज थाना क्षेत्र स्थित एक ढाबे पर बदहवास हालत में मिली।
बताया जा रहा है कि सोनम ने खुद ढाबा मालिक के फोन से अपने भाई गोविंद को कॉल किया और कहा – “मैं गाजीपुर में हूं, मुझे बचा लो।” सूचना मिलने के बाद परिजन और पुलिस हरकत में आए। फिलहाल सोनम को वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। Raja Raghuvanshi murder case
सोनम पर हत्या की साजिश का आरोप- Raja Raghuvanshi murder case
इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मेघालय पुलिस ने सोनम सहित चार लोगों को राजा की हत्या में गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि सोनम ने ही राजा की हत्या की सुपारी दी थी। मेघालय पुलिस के डीजीपी स्मति इदाशीशा नोंग्रांग ने पीटीआई के हवाले से बताया कि सोनम ने इंदौर से ही सुपारी किलर को शिलांग भेजा, जिन्होंने राजा की हत्या कर दी।
📅 पूरी घटना की टाइमलाइन:
- 11 मई 2025: राजा और सोनम की शादी इंदौर में हुई।
- 21 मई: कपल शिलांग पहुंचा, बालादी गेस्ट हाउस में रुके।
- 22 मई: दोनों कीटिंग रोड पर घूमने निकले, स्कूटर किराए पर ली।
- 23 मई: परिवार से आखिरी बार बात हुई। इसके बाद दोनों के फोन बंद हो गए।
- 2 जून: राजा की सड़ी-गली लाश वेई सॉडोंग वाटरफॉल के पास खाई में मिली।
- स्कूटर लावारिस हालत में पास के सोहरारिम इलाके में मिला।
- सोनम का कोई सुराग नहीं था, परिजनों को अपहरण या तस्करी की आशंका हुई।
सोनम का लापता होना और परिवार की आशंका
राजा का शव मिलने के बाद सोनम का कोई सुराग नहीं था। परिवार को आशंका थी कि सोनम का अपहरण कर लिया गया है या उसे मानव तस्करी का शिकार बनाया गया हो सकता है। सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी ने शिलांग में सर्च ऑपरेशन में हिस्सा लिया और पुलिस से बार-बार सीबीआई जांच की मांग की। परिवार ने मेघालय पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि अगर समय पर कार्रवाई हुई होती, तो शायद सोनम सुरक्षित मिल सकती थी।
सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने मेघालय पुलिस और प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने शुरू से ही इस मामले में ढिलाई बरती और सबूतों को नष्ट होने दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मेघालय के मुख्यमंत्री और पुलिस सोनम को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
गाजीपुर में सोनम की गिरफ्तारी
9 जून 2025 को इस केस में एक नाटकीय मोड़ आया, जब सोनम रघुवंशी गाजीपुर के नंदगंज थाना क्षेत्र में एक ढाबे पर मिली। गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने बताया कि सोनम बदहवास हालत में थी और उसने काले रंग की ड्रेस पहनी थी। उसने ढाबा मालिक के फोन से अपने भाई गोविंद को कॉल करके कहा, “मैं गाजीपुर के ढाबे पर हूं, मुझे बचा लो, यहां से ले जाओ।”
गोविंद ने तुरंत इंदौर पुलिस को सूचित किया, जिसने गाजीपुर पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने सोनम को ढाबे से हिरासत में लिया और वन स्टॉप सेंटर में रखा। गाजीपुर पुलिस ने बताया कि सोनम से पूछताछ शुरू की गई है, लेकिन वह घबराई हुई है और ज्यादा कुछ नहीं बता पा रही है।
आधी रात काशी जायका ढाबे पर पहुंची सोनम, ढाबा मालिक से बातचीत
मेघालय हत्याकांड में फरार चल रही सोनम रघुवंशी शनिवार रात करीब 1 बजे आकुशपुर स्थित काशी जायका ढाबा पर पहुंची। यहां ढाबा मालिक से फोन मांगकर उसने अपने परिजनों को कॉल किया और अपनी मौजूदगी की जानकारी दी। इसके बाद ढाबा मालिक ने भी पुलिस को इसकी सूचना दी। रात करीब 3-4 बजे के आसपास पुलिस मौके पर पहुंची और सोनम को जिला अस्पताल लेकर आई, जहां उसकी प्रारंभिक मेडिकल जांच की गई।
मेघालय पुलिस का दावा: सोनम ने दी थी सुपारी
मेघालय पुलिस ने इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया। मेघालय के डीजीपी स्मति इदाशीशा नोंग्रांग ने दावा किया कि सोनम ने ही अपने पति राजा की हत्या की सुपारी दी थी। उनके मुताबिक, इंदौर से सुपारी किलर शिलांग भेजे गए थे, जिन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। मेघालय पुलिस ने सोनम सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इस दावे ने पूरे मामले को और रहस्यमयी बना दिया है।
हालांकि, सोनम के पिता ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी बेगुनाह है और मेघालय पुलिस उसे फंसाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग दोहराई ताकि सच्चाई सामने आ सके।
परिवार और समाज की मांग: सीबीआई जांच
इस मामले ने इंदौर और मेघालय में हलचल मचा दी है। राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने केंद्र सरकार और मेघालय प्रशासन पर मामले को दबाने का आरोप लगाया। रघुवंशी समाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की अपील की है।