श्रावस्ती: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावस्ती में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान शहर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “श्रावस्ती का गौरवशाली इतिहास है, यह बौद्ध और जैन धर्म का पावन स्थल है।”सीएम योगी ने यहां आने वाले श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों से भी अपील की कि वे शहर के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का संरक्षण करें और सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखें।

उन्होंने कहा कि श्रावस्ती का इतिहास केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 7 अक्टूबर 2025 को वाल्मीकि जयंती के अवसर पर प्रदेश भर में छुट्टी रहेगी। उन्होंने बताया कि यह निर्णय प्रदेश के सभी सरकारी कर्मचारियों और नागरिकों को इस विशेष अवसर में शामिल होने का अवसर प्रदान करने के लिए लिया गया है।

कार्यक्रम में अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन सुनिश्चित करने पर जोर दिया।

सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार श्रावस्ती जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के विकास और संरक्षण के लिए लगातार प्रयास कर रही है।

उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी इन स्थलों को पर्यटन और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि राज्य का गौरवशाली इतिहास आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रहे। इस प्रकार, मुख्यमंत्री का यह बयान न केवल धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करता है, बल्कि लोगों को सांस्कृतिक चेतना और उत्सव में भाग लेने के लिए भी प्रेरित करता है।