Pilibhit School Merger: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे विद्यालय समायोजन अभियान के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध तेज हो गया है। जनपद के बिलसंडा ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पस्तोर कुइया के मजरा फिरसाह में ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय के समायोजन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया Pilibhit School Merger
समायोजन का विरोध क्यों?- Pilibhit School Merger
ग्रामीणों का आरोप है कि फिरसाह गांव के विद्यालय में फिलहाल 40 छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं। लेकिन शिक्षा विभाग ने स्कूल को पास के पस्तोर गांव में समायोजित करने का फैसला लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जहां समायोजन किया जा रहा है, उस स्कूल की बिल्डिंग जर्जर हालत में है और बच्चों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। Pilibhit School Merger

बच्चों को स्कूल न भेजने की चेतावनी- Pilibhit School Merger
गांव वालों ने साफ कहा है कि वे अपने बच्चों को अन्य गांव के स्कूल में नहीं भेजेंगे। उन्होंने अपने बच्चों को फिलहाल घर पर ही बैठाने का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि अच्छी इमारत और सुविधा होने के बावजूद उनके स्कूल को बंद कर देना बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है।
सरकार पर लगाए गंभीर आरोप- Pilibhit School Merger
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने सरकार पर शिक्षा विरोधी रवैये का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की मंशा गरीबों के बच्चों को पढ़ाई से दूर रखने की है। एक ग्रामीण का कहना था, “हमारे स्कूल की इमारत पक्की और सुरक्षित है, फिर भी बच्चों को जर्जर स्कूल में क्यों भेजा जा रहा है?”
अधिकारी कैमरे पर खामोश- Pilibhit School Merger
मामले में बिलसंडा के खंड शिक्षा अधिकारी शिव शंकर मौर्य ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। वहीं शिक्षा विभाग का आदेश है कि 50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का निकटतम स्कूलों में समायोजन किया जाएगा। बिलसंडा ब्लॉक में कुल 220 विद्यालय हैं, जिनमें से कई की छात्र संख्या कम है।