Vindhyachal temple violence: विंध्याचल मंदिर के गर्भगृह में पुजारी से मारपीट और लूट! सोने की चेन और रुद्राक्ष की माला छीन ले गए हमलावर

Vindhyachal temple violence

Vindhyachal temple violence: उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जनपद स्थित श्रद्धा के प्रमुख केंद्र विंध्याचल धाम में स्थित माँ विंध्यवासिनी मंदिर के पवित्र गर्भगृह में बीती रात जो कुछ हुआ, उसने आस्था को झकझोर कर रख दिया है। मंदिर के वरिष्ठ पुजारी विश्वमोहन मिश्र उर्फ बड़े श्रृंगारिया और उनके पुत्र शिवांजू मिश्र के साथ गर्भगृह में मारपीट और लूटपाट की गई। यह पूरी घटना उस वक्त घटी जब माँ का शयन श्रृंगार किया जा रहा था।

🔴 कैसे हुआ हमला?- Vindhyachal temple violence

घटना रात करीब 11:55 बजे की है जब मंदिर का पट बंद हो चुका था और पुजारी अपने बेटे के साथ गर्भगृह में माँ विंध्यवासिनी का श्रृंगार कर रहे थे। तभी अमित पांडेय (पुत्र रामजी पांडेय), उनके भाई सुमित पांडेय, नवनीत पांडेय और कुछ अन्य लोग जबरन गर्भगृह में घुस आए।

उन्होंने पुजारी को पूजा न करने की धमकी दी और विरोध करने पर गालियां देते हुए मारपीट शुरू कर दी। शिवांजू मिश्र को पीटा गया और उनका सोने की चेन तथा चांदी जड़ी रुद्राक्ष की माला छीन ली गई।

श्रद्धालुओं में भगदड़ और अफरा-तफरी- Vindhyachal temple violence

घटना के दौरान गर्भगृह में भगदड़ मच गई। श्रद्धालु दहशत में इधर-उधर भागने लगे। सुरक्षा व्यवस्था कुछ देर के लिए चरमरा गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रण में लिया गया।

FIR दर्ज, आरोपी अब भी बाहर- Vindhyachal temple violence

पुजारी विश्वमोहन मिश्र की तहरीर पर विंध्याचल कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तीन नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।

एसपी सिटी नितेश सिंह ने बताया कि पुलिस जांच में जुटी है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।

आरोपी पर पहले से हैं गंभीर मुकदमे- Vindhyachal temple violence

विंध्याचल धाम के प्रधान श्रृंगारिया शिव जी महाराज ने इस घटना पर रोष जताते हुए बताया कि मुख्य आरोपी अमित पांडेय पर पहले से 25 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

उनमें एक केस एसआई को मारने का भी है, जिसमें वह जमानत पर बाहर है। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति का मंदिर परिसर में खुलेआम घूमना चिंताजनक है।

योगी सरकार से कार्रवाई की मांग- Vindhyachal temple violence

शिव जी महाराज ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया है कि ऐसे आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि विंध्याचल धाम की शांति और सुरक्षा बनी रहे।

आस्था पर हमला या प्रशासनिक लापरवाही?

यह घटना सिर्फ एक मारपीट नहीं, श्रद्धा और पवित्रता पर सीधा हमला है। मंदिर जैसे धर्मस्थल में इस प्रकार की घटना प्रशासनिक विफलता को उजागर करती है।

श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में घटना को लेकर गहरा आक्रोश है और मांग है कि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जाए।

माँ विंध्यवासिनी मंदिर में हुई यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि यह बताती है कि आस्था के केंद्र भी अब सुरक्षित नहीं रहे। ऐसे मामलों में शीघ्र और कठोर कार्रवाई बेहद जरूरी है ताकि श्रद्धालुओं का विश्वास और धार्मिक स्थलों की गरिमा बनी रहे।

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