मेरठ. देशभर में सनसनी फैलाने वाले मर्चेंट नेवी अफसर सौरभ हत्याकांड (MEERUT SAURABH MURDER CASE) की 1500 पन्नों की चार्जशीट मेरठ पुलिस ने कोर्ट में दाखिल कर दी है. इस चार्जशीट में साफ लिखा गया है कि हत्या तंत्र-मंत्र नहीं, बल्कि लव अफेयर के कारण की गई. आरोपी पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने मिलकर इस नृशंस हत्या को अंजाम दिया और लाश को ठिकाने लगाने के लिए नीले ड्रम में सीमेंट से भर दिया.
MEERUT SAURABH MURDER CASE- चार्जशीट में 30 गवाह, 40 दिन में पूरी हुई जांच
ब्रह्मपुरी थाना प्रभारी रमाकांत पचौरी के नेतृत्व में मेरठ पुलिस ने महज 40 दिन में चार्जशीट तैयार की. इस 1500 पन्नों की गुलाबी फाइल में 30 गवाहों के बयान, डिजिटल साक्ष्य और अपराध की पूरी स्क्रिप्ट दर्ज की गई है. सोमवार को विवेचक रमाकांत पचौरी ने कोर्ट नंबर-4 के एडिशनल जज अनुज कुमार ठाकुर के समक्ष पेश होकर यह चार्जशीट दाखिल की.
सूटकेस में लाश फेंकने की थी योजना, लेकिन…
चार्जशीट के अनुसार, पहले मुस्कान और साहिल ने सौरभ की लाश को सूटकेस में बंद करके ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी. इसीलिए एक हड्डी का टुकड़ा सूटकेस में मिला भी. लेकिन जब पूरा शव उसमें फिट नहीं हुआ, तब उन्होंने प्लास्टिक ड्रम का सहारा लिया और उसमें सीमेंट डालकर बॉडी को ठिकाने लगाया.
कैसे हुई हत्या: 3 मार्च की रात की कहानी
सौरभ लंदन से छुट्टियों पर मेरठ लौटा था. रात को पत्नी मुस्कान ने खाने में नींद की दवा मिलाकर उसे बेसुध किया. फिर बेडरूम में ही सोते वक्त मुस्कान ने सौरभ के सीने में पहला चाकू मारा. इसके बाद साहिल ने बाथरूम में ले जाकर दोनों हाथ और सिर अलग कर दिए. शव को चार हिस्सों में काटकर ड्रम में डाल दिया गया.
कत्ल के बाद सैर-सपाटे और इंस्टाग्राम पोस्ट
हत्या के बाद मुस्कान और साहिल शिमला, मनाली और कसौल घूमने निकल गए. ताकि कोई शक न करे, मुस्कान लगातार इंस्टाग्राम पर रोमांटिक फोटो और वीडियो अपलोड करती रही. ये सब पुलिस जांच में सबूत बनकर उभरे हैं.
कॉल डिटेल और स्नैपचैट चैट्स भी सबूत
चार्जशीट में मुस्कान-साहिल के स्नैपचैट रिकॉर्ड, मैसेज और कॉल डिटेल्स को भी शामिल किया गया है. यही नहीं, चार मजदूरों के बयान भी दर्ज हैं जिन्हें बुलाकर पुलिस ने ड्रम काटवाया और लाश बाहर निकलवाई.
👨👩👦👦 ये हैं चार्जशीट में दर्ज गवाह
- परिवार के गवाह: सौरभ के माता-पिता, भाई राहुल उर्फ बबलू
- मुस्कान के माता-पिता और भाई-बहन
- साहिल और मुस्कान को घुमाने वाला कैब ड्राइवर अजब सिंह
- ड्रम बेचने वाला सिराजुद्दीन, चाकू बेचने वाला सिंघल बर्तन भंडार का संचालक
- सीमेंट बेचने वाला शारदा रोड का व्यापारी
- मकान मालिक ओमपाल, मुस्कान को दवा लिखने वाला डॉक्टर देशवाल
- शिमला, कसौल, मनाली के होटल संचालक
सौरभ का भाई जब पहुंचा घर…
18 मार्च को सौरभ का छोटा भाई राहुल जब घर पहुंचा तो मुस्कान साहिल के साथ नजर आई. भाई के बारे में पूछने पर वह कोई जवाब नहीं दे सकी और घर से तेज दुर्गंध आ रही थी. जब राहुल ने शोर मचाया तो पड़ोसी भी इकट्ठा हो गए. पुलिस को बुलाया गया, जिसने दरवाजा खोलकर अंदर देखा और हत्या का राज खुला.
मुस्कान और साहिल ने कबूला जुर्म
पुलिस हिरासत में मुस्कान और साहिल ने पूरी सच्चाई उगल दी. दोनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने मिलकर सौरभ को मारा, लाश को टुकड़े किए और सबूत मिटाने के लिए घूमने निकल गए. मुस्कान को 19 मार्च को कोर्ट में पेश किया गया और तब से वह जेल में है.
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