CM YOGI GUIDES PCS TRAINEE: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य प्रशासनिक सेवा (पीसीएस) के प्रशिक्षु अधिकारियों को एक प्रेरक संदेश देते हुए उन्हें एक सफल, संवेदनशील और प्रभावी अधिकारी बनने का मंत्र दिया। उन्होंने ‘संवाद, संवेदनशीलता और सकारात्मकता’ को प्रशासनिक जीवन की आधारशिला बताते हुए प्रशिक्षुओं से जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आग्रह किया। CM YOGI GUIDES PCS TRAINEE
प्रशिक्षु अधिकारियों से सीधा संवाद- CM YOGI GUIDES PCS TRAINEE
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को पीसीएस 2022 बैच के 07 और 2023 बैच के 38 प्रशिक्षु अधिकारियों से संवाद किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि उत्तर प्रदेश जैसा विशाल और विविधताओं से भरा राज्य चुनौतियों से भरा है और यहां काम करना आपके व्यक्तित्व और प्रशासनिक दक्षता की असली परीक्षा है।
मुख्यमंत्री ने कहा,
“इस राज्य की सेवा करना गौरव की बात है। प्रशिक्षण के बाद के 5-6 वर्षों की कार्यशैली भविष्य के 30-35 वर्षों की दिशा तय कर देती है। ये शुरुआती वर्ष आपका मूल बनाते हैं।”
जनता से जुड़ाव ही असली प्रशासन
सीएम योगी ने अधिकारियों को सलाह दी कि वे जनता से सीधे संवाद बनाए रखें और जनहित को सर्वोपरि मानते हुए नीतिगत फैसले लें। उन्होंने कहा कि “जनता के विश्वास को जीतना ही आपकी सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।”
सीएम ने प्रशासनिक पारदर्शिता और निष्पक्षता को मजबूत करने के लिए जन-संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी। उन्होंने विशेष रूप से भूमि विवाद, पैमाइश और मेड़बंदी जैसे राजस्व संबंधी मामलों में तेजी लाने पर ज़ोर दिया।
“इन मामलों में देरी लोगों में निराशा लाती है। न्याय में देरी, न्याय से वंचित करने के बराबर होती है। इसीलिए त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई जरूरी है।”
संवाद, संवेदनशीलता और सकारात्मकता: सीएम का प्रशासनिक मंत्र
योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह मंत्र दिया कि अगर आप अच्छे संवाद, संवेदनशील व्यवहार और सकारात्मक सोच के साथ कार्य करेंगे तो न केवल आपकी कार्यशैली प्रभावी होगी बल्कि जनता से आपका जुड़ाव भी मजबूत होगा।

उन्होंने कहा कि एक अधिकारी को गरीब, वंचित और पीड़ित वर्गों के प्रति विशेष संवेदनशीलता रखनी चाहिए। “सिर्फ आंकड़े नहीं, आमजन का जीवन स्तर उठाना ही आपकी उपलब्धि होनी चाहिए।”
जनहित सर्वोपरि, ईमानदारी अनिवार्य
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से निर्णय प्रक्रिया में ईमानदारी, पारदर्शिता और निष्पक्षता बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सेवा में जनता का विश्वास ही सबसे बड़ी पूंजी है।
“आपका एक फैसला किसी गरीब के जीवन को बदल सकता है। यह आपकी शक्ति है, लेकिन इसका प्रयोग सोच-समझकर करना होगा।”
राज्य के भविष्य के निर्माता
मुख्यमंत्री योगी ने प्रशिक्षु अधिकारियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा,
“आपका समर्पण और नवाचार उत्तर प्रदेश को नई दिशा देगा। आपकी मेहनत और सेवा से राज्य की नीति और जनता की नियति दोनों तय होंगी। काम की पारदर्शिता और निष्ठा ही आपको आगे लेकर जाएगी।”
इस अवसर पर उप्र प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी (उपाम) के निदेशक व्यंकटेश्वर लू, अपर निदेशक सुनील कुमार चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।