कानपुर देहात के अकबरपुर में रामलीला के दौरान रावण झांकी रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण पर निकली। झांकी में पारंपरिक वाद्ययंत्रों की मधुर धुनें पूरे मार्ग में गूंजती रहीं, जिसने नगरवासियों और श्रद्धालुओं के उत्साह को और बढ़ा दिया।

रावण का स्वरूप अत्यंत आकर्षक था, जिसमें स्वर्ण मुकुट और शस्त्रों से सुसज्जित पोशाक शामिल थी। झांकी में रावण के संवाद और ‘जय श्रीराम’ के जयकारे पूरे नगर में सुनाई दिए, जिससे दर्शकों का रोमांच और भी बढ़ गया।

स्थानीय लोगों ने झांकी का उत्साहपूर्वक स्वागत किया और बच्चों, महिलाओं तथा बुजुर्गों ने इसे आनंद और श्रद्धा के साथ देखा। यह परंपरा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक सामंजस्य को भी दर्शाती है।

अकबरपुर में यह आयोजन वर्षों से होता आ रहा है और इसे स्थानीय प्रशासन और आयोजकों का पूरा सहयोग प्राप्त है। नगर भ्रमण के माध्यम से यह सांस्कृतिक उत्सव युवाओं और आने वाली पीढ़ियों तक रामलीला की परंपरा को जीवित रखता है।