कानपुर देहात। अकबरपुर में 155 वर्ष पुरानी रामलीला का आयोजन आज से शुरू हो गया। इस बार की रामलीला का शुभारंभ शिव बारात के नगर भ्रमण के साथ किया गया, जिसमें स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।अकबरपुर रामलीला समिति के अध्यक्ष प्रशांत ओमर ने बताया कि इस ऐतिहासिक आयोजन में विभिन्न मनमोहक झांकियों और नाटकीय प्रस्तुतियों का आयोजन किया जाएगा। रामलीला के दौरान दर्शकों को भगवान राम के जीवन के विभिन्न प्रसंगों का आनंद मिलेगा।

सुरक्षा और तैयारियां
समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि आयोजन के दौरान दर्शकों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और सुरक्षा कर्मियों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, आयोजन स्थल पर स्वच्छता और भीड़ नियंत्रण के लिए भी सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं।जगह-जगह बने पंडालों पर झांकियों का स्वागत किया गया और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।

ढोल-नगाड़ों और डीजे साउंड के साथ निकली इस शोभायात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए।रात तक नृत्य और झांकियों की प्रस्तुतियां जारी रहीं। आयोजन स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल भी तैनात रहा।

रामलीला समिति के अध्यक्ष प्रशांत ओमर, महामंत्री सुनील गुप्ता, कोषाध्यक्ष पं. दुर्गेश शर्मा और मेला प्रभारी शिवशंकर मिश्रा ने बताया कि यह आयोजन 6 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान ताड़का वध, धनुष यज्ञ, लक्ष्मण-परशुराम संवाद, रावण मेघनाद पुतला दहन, कवि सम्मेलन और दंगल जैसे मुख्य कार्यक्रम आयोजित होंगे।
रामलीला का समापन 2 अक्टूबर को विजयादशमी महोत्सव के साथ किया जाएगा। इस दिन विशेष पूजा और हवन का आयोजन होगा। पूरे कार्यक्रम में बच्चों और युवाओं को संस्कार और अनुशासन का संदेश देने पर जोर दिया जाएगा।अकबरपुर की यह रामलीला केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं बल्कि स्थानीय इतिहास और परंपरा की जीवंत झलक है। शिव बारात से शुरू हुई इस रामलीला ने पूरे क्षेत्र में उत्साह और आस्था का माहौल बना दिया है।