राजपुर ब्लॉक के सिकंदरा क्षेत्र में कड़ाके की ठंड ने आमजन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रात और सुबह के समय तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे खासकर गरीब, बुजुर्ग, महिलाएं और राहगीर सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। मौसम की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी (डीएम) के निर्देश पर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में नजर आ रहा है।

डीएम के आदेश के अनुपालन में उपजिलाधिकारी (एसडीएम) और तहसीलदार ने सिकंदरा कस्बे एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान सार्वजनिक स्थलों, बस स्टैंड, बाजार, चौराहों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में अलाव जलवाने और ठंड से बचाव की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई।
प्रशासनिक अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिए कि कहीं भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नगर पंचायत और संबंधित विभागों को नियमित रूप से अलाव जलाने, जरूरतमंदों को कंबल उपलब्ध कराने और खुले में रहने वाले लोगों की निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने स्थानीय कर्मचारियों को समय पर व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश भी दिए।
एसडीएम ने बताया कि ठंड के मौसम में मानवीय दृष्टिकोण से राहत कार्य प्राथमिकता पर हैं। किसी भी सार्वजनिक स्थान पर यदि ठंड से बचाव की व्यवस्था में कमी पाई गई तो संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। तहसीलदार ने भी ग्राम पंचायत स्तर पर सतर्कता बढ़ाने और जरूरतमंद लोगों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन की इस पहल का स्वागत किया है, हालांकि उनका कहना है कि ठंड लगातार बढ़ रही है, इसलिए राहत व्यवस्था को और व्यापक बनाए जाने की जरूरत है। खासतौर पर रात में अलाव की संख्या बढ़ाने और गरीब परिवारों तक कंबल पहुंचाने की मांग की जा रही है।
प्रशासन का दावा है कि आने वाले दिनों में शीतलहर और कोहरे को देखते हुए आपात व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जाएगा, ताकि कोई भी नागरिक ठंड की चपेट में न आए।
