कानपुर देहात के झींझक ब्लॉक के जिनाई गांव में श्मशान घाट निर्माण को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद एक बार फिर गर्मा गया है। मंगलवार को मामला राजनीतिक रंग लेते हुए बढ़ गया, जब दोनों पक्षों के सैकड़ों ग्रामीण जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर आमने-सामने हो गए।एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने सभी पक्षों की सुनवाई की और 11 तारीख को मौके पर निरीक्षण का आश्वासन दिया।

क्या है ग्रामीणों का आरोप?
- शिकायतकर्ता पक्ष का कहना है कि प्रस्तावित स्थान पर प्राचीन बाणेश्वर मंदिर स्थित है।प्रतिवर्ष शिवरात्रि पर लाखों श्रद्धालु और कांवड़िये यहां दर्शन करने आते हैं।ग्रामीणों के अनुसार, बढ़ती आबादी के बीच श्मशान घाट का निर्माण स्वास्थ्य व पर्यावरण संबंधी समस्याएँ पैदा करेगा।ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी डीएम द्वारा निर्माण रोकने के आदेश दिए गए थे, लेकिन एसडीएम सुरभि शर्मा दबाव में निर्माण आगे बढ़वा रही हैं।
ग्राम प्रधान ने लगाए पलटवार के आरोप
निर्माण करा रहे ग्राम प्रधान चंद्रभान भी समर्थकों के साथ डीएम कार्यालय पहुंचे। उन्होंने बताया यह जमीन पहले से ही श्मशान घाट के रूप में दर्ज है। 24 लाख की लागत से निर्माण हो रहा है, जिसमें से करीब 8 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं।कुछ लोग दबंगई कर निर्माण रुकवाना चाहते हैं।आरोप लगाया गया कि विरोधियों ने श्मशान की बनी बाउंड्री गिरा दी, जिस पर एफआईआर दर्ज है। निर्माण जिलाधिकारी के निर्देशानुसार कराया जा रहा था।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने बताया दोनों पक्षों की शिकायतों और तर्कों को सुना गया है।11 तारीख को वह स्वयं एसडीएम के साथ मौके का निरीक्षण करेंगे।तब तक निर्माण कार्य रोकने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उद्देश्य है कि स्थिति शांत रहे और नया विवाद न बढ़े।
