कानपुर देहात।जनपद में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं और तेज रफ्तार के कहर पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक श्रद्धा नरेन्द्र पाण्डेय के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में परिवहन विभाग द्वारा कानपुर–झांसी नेशनल हाईवे पर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। इस विशेष अभियान का नेतृत्व एआरटीओ सोमलता यादव ने किया, जिन्होंने अपनी टीम के साथ सुबह से ही हाईवे पर मोर्चा संभाल लिया।

ओवरलोड डंपर बने कार्रवाई का मुख्य निशाना
अभियान के दौरान प्रशासन का फोकस खास तौर पर ओवरलोड डंपरों और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले भारी वाहनों पर रहा। चेकिंग के दौरान कुल सात डंपर ऐसे पाए गए जो तय मानकों से अधिक भार लेकर चल रहे थे या नियमों की अनदेखी कर रहे थे।इनमें से तीन डंपरों को मौके पर ही सीज कर विधिक कार्रवाई के लिए संबंधित थाने भेज दिया गया, जबकि चार अन्य डंपरों पर भारी जुर्माने के साथ चालान की कार्रवाई की गई। अचानक हुई इस कार्रवाई से हाईवे पर चल रहे वाहन चालकों और ट्रांसपोर्टरों में हड़कंप मच गया।
सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त संदेश
कार्रवाई के साथ-साथ परिवहन विभाग की टीम ने मौके पर मौजूद वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक भी किया। एआरटीओ सोमलता यादव ने साफ शब्दों में कहा कि सड़क सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।उन्होंने चालकों को चेतावनी देते हुए कहा कि ओवरलोडिंग न सिर्फ कानूनन अपराध है, बल्कि यह सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजहों में से एक है। ओवरलोड वाहनों से ब्रेक फेल, टायर फटना और वाहन के असंतुलित होने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे आम लोगों की जान जोखिम में पड़ती है।
आगे भी जारी रहेगा अभियान
परिवहन विभाग ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि यह अभियान केवल एक दिन की कार्रवाई नहीं है, बल्कि आने वाले दिनों में भी इसी सख्ती के साथ चेकिंग जारी रहेगी। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।प्रशासन की इस सख्ती से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है और उम्मीद जताई है कि इससे सड़क हादसों में कमी आएगी और हाईवे अधिक सुरक्षित बनेंगे।
