रिपोर्ट-विवेक दीक्षित कन्नौज: जिले में पुलिस की कथित लापरवाही के कारण एक नाबालिक किशोर की डूब कर मौत हो गई। घटना के लगभग 28 घंटे बीत जाने के बाद भी रेस्क्यू टीम अभी तक बच्चे का शव नहीं ढूंढ पाई है। बताया जा रहा है कि यह घटना तब हुई जब पुलिस एक लड़की भगाने के मामले में आरोपी युवक के छोटे भाई को पकड़ने और पूछताछ के लिए खेतों में गई थी।
नाबालिक किशोर को पुलिस के आने की सूचना मिली और वह डर के मारे भागते हुए काली नदी में कूद गया। घटना के दौरान पुलिसकर्मियों ने मौके पर रहते हुए भी बच्चे को बचाने की कोई कोशिश नहीं की। घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
मामले में कन्नौज पुलिस कप्तान विनोद कुमार ने गुरसहायगंज कोतवाल चौकी इंचार्ज और एक सिपाही को निलंबित कर दिया। इसके अलावा, यूपी सरकार के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण और कानपुर मंडल के आईजी हरिश्चंद्र मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
असीम अरुण ने बताया कि दबिश के दौरान पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसके कारण यह घटना हुई। उन्होंने परिजनों को 5 बीघा जमीन का पट्टा, 7 हजार रुपये मासिक आर्थिक सहायता और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाने का आश्वासन भी दिया। मंत्री ने चेतावनी दी कि दो मुख्य लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही और नदी के आसपास सुरक्षा प्रबंधों की कमी लगातार ऐसी घटनाओं को जन्म दे रही है। प्रशासन पर जनता का दबाव बढ़ गया है और लोगों की मांग है कि नाबालिक के शव की खोज तुरंत पूरी की जाए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
इस घटना ने पूरे जिले में सुरक्षा और पुलिस कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।