Rudrabhishek by CM Yogi: उत्तर प्रदेश में श्रावण मास की शुरुआत आध्यात्मिक आस्था और धार्मिक उत्साह के साथ हो चुकी है। श्रावण के पहले सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में विधिवत रुद्राभिषेक और हवन कर सावन की आधिकारिक शुरुआत की। इस धार्मिक अनुष्ठान के साथ ही पूरे प्रदेश में शिवभक्ति का माहौल और अधिक प्रबल हो गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ न केवल प्रदेश के मुखिया हैं, बल्कि गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर भी हैं। उन्होंने सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में पारंपरिक वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने बेलपत्र, मदार पत्र, दूर्वा, कमल पुष्प, गंगाजल, दूध और विभिन्न ऋतुफलों के रस से अभिषेक किया। Rudrabhishek by CM Yogi
ब्रेकिंग – गोरखपुर / उत्तर प्रदेश
— NATION NOW समाचार (@nnstvlive) July 11, 2025
CM योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में किया रुद्राभिषेक
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दूध, गंगाजल और फलरस से अभिषेक
सोशल मीडिया पर शेयर किया संदेश – समस्त प्रदेशवासियों के कल्याण की प्रार्थना
श्रावण मास के पहले दिन मंदिरों में उमड़ा भक्तों का सैलाब… pic.twitter.com/0jB5wWX9q1
राज्य सरकार द्वारा जारी बयान में बताया गया कि मुख्यमंत्री ने भगवान शिव से चराचर जगत के कल्याण और समस्त प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। हवन के दौरान वे स्वयं आचार्यगणों और पुरोहितों के साथ वैदिक मंत्रोच्चार करते नजर आए।
मुख्यमंत्री योगी ने इस शुभ अवसर पर सोशल मीडिया मंच X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
"देवाधिदेव महादेव के प्रिय श्रावण मास के प्रथम दिवस के पावन अवसर पर आज गोरखनाथ मंदिर में विधि-विधान से रुद्राभिषेक कर समस्त प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि एवं कल्याण की कामना की।"

🛕 गोरखनाथ मंदिर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व– Rudrabhishek by CM Yogi
गोरखनाथ मंदिर केवल गोरखपुर ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण उत्तर भारत के प्रमुख शिव धामों में से एक है। श्रावण मास में इस मंदिर की महत्ता और भी अधिक बढ़ जाती है, क्योंकि यहां हर सोमवार विशेष पूजा, अभिषेक और हवन का आयोजन किया जाता है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचते हैं और भगवान शिव के दर्शन कर जलाभिषेक करते हैं। Rudrabhishek by CM Yogi
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की धार्मिक आस्था और उनका संत परंपरा से जुड़ा होना इस पूरे आयोजन को विशेष बना देता है। वह हर साल सावन मास के पहले सोमवार को गोरखनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। यह परंपरा न केवल उनके व्यक्तिगत आस्था का परिचायक है, बल्कि प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। Rudrabhishek by CM Yogi

🙏 श्रावण मास में शिवभक्ति की धारा– Rudrabhishek by CM Yogi
श्रावण मास को भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है। इस पूरे महीने विशेष रूप से सोमवार को शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद और बेलपत्र अर्पित कर श्रद्धालु भगवान शिव को प्रसन्न करते हैं। इस माह में रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय जाप का विशेष महत्व होता है।
प्रदेश के कोने-कोने में श्रद्धालुओं ने सावन के पहले दिन शिव मंदिरों में दर्शन और अभिषेक कर धार्मिक रस्में निभाईं। वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, मिर्जापुर, और चित्रकूट जैसे धार्मिक शहरों में भी सावन का स्वागत विशेष आयोजनों से किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रुद्राभिषेक के माध्यम से श्रावण मास की शुरुआत करना यह दर्शाता है कि प्रदेश सरकार धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को सम्मान देती है और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए समर्पित है।