Amrapali River View Society Protest: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अपने सपनों का आशियाना बनाने की उम्मीद में फ्लैट खरीदने वाले निवासियों को बार-बार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पहले घर पाने के लिए लंबा संघर्ष और अब घर मिलने के बाद मूलभूत सुविधाओं के लिए जद्दोजहद। आम्रपाली रिवर व्यू सोसाइटी के निवासियों का सब्र अब जवाब दे चुका है। अपनी मांगों को लेकर सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और एनबीसीसी (नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन) और कोर्ट रिसीवर (सीआर) के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।

प्रोटेस्ट मार्च और निवासियों की मांगें- Amrapali River View Society Protest
पिछले रविवार को आम्रपाली रिवर व्यू सोसाइटी के निवासियों ने काली पट्टियां बांधकर और हाथों में तख्तियां लेकर रिवर व्यू सोसाइटी से गौर प्रोजेक्ट के मुख्य द्वार तक प्रोटेस्ट मार्च निकाला। प्रदर्शन में पुरुष, महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे शामिल थे, जो एनबीसीसी और गौर बिल्डर की कथित अनदेखी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। निवासियों का कहना है कि सोसाइटी में मूलभूत सुविधाएं जैसे पार्किंग, लिफ्ट, पार्क और क्लब हाउस की कमी है, जिसके लिए बिल्डर ने पहले वादा किया था।

निवासियों ने बताया कि सोसाइटी में 13,208 फ्लैट्स हैं, लेकिन केवल 50% फ्लैट्स के लिए ही पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है। इससे हर दिन पार्किंग को लेकर झगड़े और तनाव की स्थिति बनी रहती है। एक निवासी, दीपक ने कहा, “हमने अपने मेहनत की कमाई से फ्लैट खरीदा, लेकिन बिल्डर ने जो वादे किए, वे पूरे नहीं किए। पार्किंग का मुद्दा सबसे बड़ा है, जिसके कारण हमारी रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है।”
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लिफ्ट और पार्क की समस्या- Amrapali River View Society Protest
सोसाइटी में लिफ्ट की स्थिति भी चिंताजनक है। बारिश के मौसम में ओपन लॉबी के कारण लिफ्ट शाफ्ट में पानी भर जाता है, जिससे इलेक्ट्रॉनिक पैनल खराब हो जाते हैं। कई बार लिफ्ट में लोग फंस चुके हैं, जिससे बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। निवासियों ने लिफ्ट की मरम्मत और रखरखाव को प्राथमिकता देने की मांग की है।

इसके अलावा, सोसाइटी में बच्चों के लिए कोई पार्क या हरियाली वाला क्षेत्र नहीं है। निवासियों ने पोडियम पर ग्रीन जोन विकसित करने की मांग की ताकि बच्चों को खेलने के लिए सुरक्षित जगह मिल सके। एक अन्य निवासी, संजय ने कहा, “हमारे बच्चे कहां खेलें? सोसाइटी में एक भी पेड़ या पार्क नहीं है। बिल्डर ने ग्रीनलैंड को गौर बिल्डर को बेच दिया, जिससे हमारी सुविधाएं छिन गईं।”
गौर बिल्डर पर धोखाधड़ी का आरोप- Amrapali River View Society Protest
निवासियों का सबसे बड़ा आरोप यह है कि एनबीसीसी ने सोसाइटी की ग्रीनलैंड को गौर बिल्डर को सस्ते दामों पर बेच दिया। उनका दावा है कि इस सौदे में पारदर्शिता नहीं बरती गई और निवासियों को उनके हक से वंचित किया गया। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमें पार्किंग और ग्रीन एरिया के जो वादे बिल्डर-बायर्स एग्रीमेंट (बीबीए) और अलॉटमेंट लेटर में किए गए थे, वे पूरे नहीं किए गए। हम चाहते हैं कि हमें पार्किंग की पूरी जानकारी दी जाए और हमारा हक मिले।”
क्लब हाउस: नाम का ढांचा, सुविधा शून्य- Amrapali River View Society Protest
सोसाइटी के निवासियों ने क्लब हाउस को लेकर भी नाराजगी जताई। बिल्डर ने फ्लैट खरीदारों से क्लब हाउस के लिए अतिरिक्त शुल्क लिया था, लेकिन मौके पर केवल एक खाली ढांचा मौजूद है। कोई सुविधा जैसे जिम, स्विमिंग पूल या कम्युनिटी हॉल उपलब्ध नहीं है। निवासियों ने इसे बिल्डर की वादाखिलाफी करार दिया।
डीएलपी बढ़ाने की मांग
निवासियों ने एनबीसीसी की उदासीनता को देखते हुए डिफेक्ट्स लायबिलिटी पीरियड (डीएलपी) को एक साल और बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि सोसाइटी में निर्माण संबंधी कई खामियां हैं, जैसे दीवारों में दरारें और खराब क्वालिटी का काम। इन समस्याओं के समाधान के लिए बिल्डर को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
भविष्य की चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं, तो वे आंदोलन को और उग्र करेंगे। निवासियों ने हर रविवार को प्रदर्शन करने का ऐलान किया है और सुप्रीम कोर्ट से भी हस्तक्षेप की मांग की है। एक निवासी, ऋषि ने कहा, “हमारा धैर्य अब खत्म हो चुका है। अगर हमें न्याय नहीं मिला, तो हम कानूनी और सामाजिक स्तर पर अपनी लड़ाई को और तेज करेंगे।”
आम्रपाली रिवर व्यू सोसाइटी का यह प्रदर्शन न केवल बिल्डर की मनमानी को उजागर करता है, बल्कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अन्य सोसाइटीज के निवासियों की समस्याओं को भी सामने लाता है। निवासियों की मांग है कि उनकी मेहनत की कमाई का सम्मान हो और उन्हें वह सुविधाएं मिलें, जिनका वादा किया गया था। अब यह देखना होगा कि एनबीसीसी और प्रशासन इस मामले में कितनी गंभीरता दिखाते हैं।