रिपोर्टर: अमित शर्मा
औरैया: यूपी के औरैया जिले में एक ऐसा रहस्यमय मंदिर है, जो सदियों पुरानी मान्यता और अनसुलझे रहस्य को अपने भीतर समेटे हुए है। दिबियापुर थाना क्षेत्र के सेहुद गांव में स्थित धौरा नाग मंदिर में आज भी खंडित मूर्तियों की पूजा की जाती है, और मंदिर की टूटी हुई छत को आज तक कोई ठीक नहीं कर पाया — या यूं कहें कि किसी ने कोशिश भी की तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ी।
छत मरम्मत की हर कोशिश बनी मौत का कारण! धौरा नाग मंदिर
स्थानीय लोगों के मुताबिक, इस मंदिर में जब भी किसी ने छत की मरम्मत या खंडित मूर्तियों को हटाने का प्रयास किया, तो उनके घर में किसी न किसी की आकस्मिक मृत्यु हो गई। लखनऊ में काम करने वाले एक इंजीनियर ने जब मंदिर की छत की मरम्मत शुरू करवाई थी, तो उनके दो परिजनों की मौत हो गई। यह घटना गांव वालों के लिए एक चेतावनी बन गई।
नाग पंचमी पर उमड़ता है श्रद्धालुओं का सैलाब धौरा नाग मंदिर
हर साल नाग पंचमी के दिन इस मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। विशेष पूजा-अर्चना होती है और स्थानीय मेले का आयोजन भी किया जाता है। भले ही हिंदू परंपरा में खंडित मूर्तियों की पूजा वर्जित मानी जाती हो, लेकिन यहां यही परंपरा सदियों से निभाई जा रही है।
11वीं सदी की टूट-फूट की गवाही देतीं मूर्तियाँ धौरा नाग मंदिर
मंदिर में प्रवेश करते ही खंडित मूर्तियाँ मोहम्मद गजनवी के 11वीं सदी में हुए आक्रमण की कहानी बयां करती हैं। इतिहास, मान्यता और रहस्य का यह संगम ही मंदिर को खास बनाता है।
क्या है रहस्य? क्या अंधविश्वास है या कोई रहस्यमयी शक्ति? धौरा नाग मंदिर
इस रहस्यमयी मंदिर की कहानी आपको क्या संदेश देती है? कमेंट में बताएं और इस वीडियो को शेयर करें ताकि ज्यादा लोग इस अद्भुत जगह के बारे में जान सकें।