प्रमोद शर्मा/फरीदपुर, बरेली
Bareilly communal violence: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के फरीदपुर कस्बे में शनिवार देर रात एक बड़ी सांप्रदायिक साजिश को पुलिस और प्रशासन ने समय रहते विफल कर दिया। यह घटना मोहल्ला साहूकारा के सर्राफा बाजार में करीब रात 3:35 बजे घटी, जब कुछ असामाजिक तत्वों ने दीपक अग्रवाल की दुकान के बाहर बने चबूतरे को तोड़ा और शटर पर लाठी-डंडों और रॉड से हमला कर दिया।
हमलावरों का उद्देश्य सिर्फ तोड़फोड़ नहीं, बल्कि बड़े पैमाने पर लूटपाट और साम्प्रदायिक तनाव फैलाना था। घटना की गंभीरता इस बात से स्पष्ट है कि हमलावरों ने मौके पर “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगाए और वीडियो में साफ दिख रहा है कि वे शांति व्यवस्था को भंग करने की पूरी तैयारी में थे।
सीसीटीवी में कैद हुई पूरी घटना
घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में आरोपी साफ-साफ देखे जा सकते हैं। अनस, अलतमस, सलीम सहित 4–5 अन्य युवकों की पहचान की गई है, जो घटना में शामिल थे। वे न सिर्फ तोड़फोड़ कर रहे थे, बल्कि मोहल्ले में डर और दहशत का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे थे।

महिला की धमकी से बढ़ा तनाव
इस बीच विशेष समुदाय की महिला मोबिना खातून ने खुलेआम बाजार में लूट की धमकी दी। यह बयान बाजार में पहले से मौजूद लोगों के बीच तनाव का कारण बना। पुलिस ने मोबिना खातून को मौके से गिरफ्तार किया और शांति भंग करने, धमकी देने तथा सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में केस दर्ज किया है।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी संदीप सिंह, कोतवाल राधेश्याम और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचे। हालात को नियंत्रित करने के लिए बाजार में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी गई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें महिला मोबिना खातून भी शामिल है।
प्रशासन ने दिया सख्त संदेश
जिला प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए पूरे क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है। एसपी सिटी अंशिका वर्मा, एसडीएम मल्लिका नयन, और तहसीलदार सुरभि राय लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन का साफ संदेश है कि शहर का अमन और शांति भंग करने की साजिश करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
धारा और मुकदमे
गिरफ्तार आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें:
- 153A: धर्म, जाति, जन्म स्थान आदि के आधार पर दुश्मनी फैलाना
- 295A: धार्मिक भावनाओं को आहत करना
- 506: जान से मारने की धमकी
- 427: नुकसान पहुंचाना
- 151 CrPC: शांति भंग की आशंका
इलाके में पुलिस बल तैनात
घटना के बाद पूरे मोहल्ले में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। स्थानीय लोग काफी डरे हुए हैं लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी से हालात नियंत्रण में हैं। बाजार में अब सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू हो रही हैं।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय व्यापारियों और निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की घटनाओं में शामिल सभी दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन पर सख्त कार्रवाई हो।
बरेली के फरीदपुर में जो कुछ भी हुआ, वह महज एक अपराध नहीं, बल्कि साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की गहरी साजिश थी। मगर स्थानीय पुलिस और प्रशासन की तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया। अब देखना है कि आगे की कार्रवाई कितनी कठोर होती है और क्या दोषियों को कड़ी सजा मिल पाती है।