BANDA CONGRESS PROTEST: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में 5000 प्राइमरी विद्यालय बंद करने के आदेश के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने इस फैसले को “शिक्षा विरोधी नीति” बताते हुए जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। बांदा जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और इसे संविधान व बच्चों के भविष्य के खिलाफ बताया।
🔴 कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप– BANDA CONGRESS PROTEST
बांदा के कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेश दीक्षित ने कहा कि भाजपा सरकार गरीब, वंचित और मजलूम तबके के बच्चों की शिक्षा से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अधिकार संविधान द्वारा दिया गया है, लेकिन सरकार विद्यालयों को बंद करके उस अधिकार का उल्लंघन कर रही है।
राजेश दीक्षित का आरोप है कि,
"जहां एक ओर सरकार बच्चों की शिक्षा के द्वार बंद कर रही है, वहीं दूसरी ओर शराब के ठेकों की संख्या में इजाफा कर रही है। यह नीति नवनिहाल पीढ़ी को गर्त में ले जाने वाली है।"
📌 ‘शिक्षा नहीं, शराब नीति’ का विरोध– BANDA CONGRESS PROTEST
कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सरकार शिक्षा पर ध्यान देने के बजाय राजस्व बढ़ाने के लिए शराब की दुकानों को बढ़ावा दे रही है। यह फैसला खासतौर पर गांवों और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले गरीब बच्चों के खिलाफ है, जिनकी शिक्षा का एकमात्र सहारा ये प्राइमरी स्कूल थे। BANDA CONGRESS PROTEST

🏫 कांग्रेस की पुरानी नीति का हवाला
कांग्रेस नेताओं ने याद दिलाया कि जब उनकी सरकार थी, तो उन्होंने शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने और स्कूलों की संख्या बढ़ाने का काम किया था। विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां शिक्षा सुविधाएं नहीं थीं। अब भाजपा सरकार वही स्कूल बंद करके शिक्षा को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है।
🔖 बाइट:–
राजेश दीक्षित, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस, बांदा
"सरकार शिक्षा को नजरअंदाज कर रही है और शराब को बढ़ावा दे रही है। ये संविधान और समाज दोनों के खिलाफ है। कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।"