संवादवादा नितेश तिवारी अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करने वाला मामला सामने आया है। कोतवाली पुलिस पर एक युवक को फर्जी तरीके से हिरासत में लेकर मारपीट करने और उसके जेवर गायब करने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़ित युवक ने इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर दर्ज कराते हुए पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

पीड़ित युवक जामों थाना क्षेत्र का रहने वाला बताया जा रहा है। आरोप है कि अमेठी कोतवाली पुलिस ने बिना किसी वैध कारण और परिजनों को सूचना दिए बिना युवक को हिरासत में ले लिया। युवक का दावा है कि उसे करीब 36 घंटे तक थाने में बैठाकर रखा गया, इस दौरान उसके साथ शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना की गई।
पीड़ित के अनुसार, हिरासत के दौरान अमेठी कोतवाल, एक दीवान समेत कई पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की। इतना ही नहीं, युवक के पहने हुए सोने-चांदी के जेवर भी गायब हो गए। जब युवक ने अपने जेवरों के बारे में पूछताछ की तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई। आरोप है कि पुलिस ने कहा कि अगर ज्यादा सवाल किए गए तो उसे फर्जी मुकदमे में फंसा दिया जाएगा।
पीड़ित युवक ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने डर और दबाव बनाकर उससे फर्जी बयान लिखवाने की कोशिश की। युवक का कहना है कि उसे लगातार धमकाया गया ताकि वह पुलिस की बातों का विरोध न कर सके। इस पूरे घटनाक्रम से युवक और उसका परिवार गहरे सदमे में है।
मामले को लेकर पीड़ित ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उसने पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे उच्च अधिकारियों और मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाएंगे।
फिलहाल इस मामले पर पुलिस विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो शिकायत मिलने के बाद मामले की प्रारंभिक जांच की जा रही है। अब यह देखना अहम होगा कि प्रशासन इस गंभीर आरोपों वाले मामले में क्या कार्रवाई करता है और पीड़ित को न्याय मिल पाता है या नहीं।
