IPL 2025 Final: क्रुणाल पंड्या की जादुई गेंदबाजी ने RCB को दिलाया पहला IPL खिताब, 18 साल का इंतजार खत्म!

IPL 2025 Final

18 साल का लंबा इंतजार, अनगिनत निराशाएं, और प्रशंसकों की अनथक उम्मीदें (IPL 2025 Final) आखिरकार 3 जून 2025 को उस समय पूरी हुईं, जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने पंजाब किंग्स (PBKS) को एक रोमांचक IPL 2025 फाइनल मुकाबले में 6 रन से हराकर अपनी पहली IPL ट्रॉफी उठाई। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए इस ऐतिहासिक फाइनल में RCB की जीत के सबसे बड़े नायक रहे क्रुणाल पंड्या, जिन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी से न केवल मैच का रुख पलटा बल्कि प्रशंसकों के दिलों में भी जगह बना ली। यह लेख उस यादगार मुकाबले की कहानी और क्रुणाल के जादुई प्रदर्शन की पूरी डिटेल्स लेकर आया है। IPL 2025 Final

टॉस और RCB की बल्लेबाजी: एक ठोस लेकिन चुनौतीपूर्ण स्कोर

अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए इस फाइनल में पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। RCB की शुरुआत सलामी बल्लेबाज फिल सॉल्ट और विराट कोहली ने की। सॉल्ट ने तेजी से 18 रन बनाए, लेकिन जल्दी आउट हो गए। कोहली ने 35 गेंदों पर 43 रन की सधी हुई पारी खेली, लेकिन उनकी धीमी गति ने प्रशंसकों को थोड़ा चिंतित कर दिया। मयंक अग्रवाल ने 24 और कप्तान रजत पाटीदार ने 26 रनों की छोटी पारियां खेलीं, लेकिन कोई भी बल्लेबाज लंबी पारी नहीं खेल सका।

लियाम लिविंगस्टोन ने 25 रन बनाकर कुछ आक्रामक शॉट्स खेले, लेकिन पंजाब के गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट लेकर RCB को बड़ा स्कोर बनाने से रोका। काइल जेमिसन ने अपनी तेज गेंदबाजी से 3 महत्वपूर्ण विकेट लिए, जिसमें सॉल्ट और पाटीदार के विकेट शामिल थे। आखिरी ओवर में अर्शदीप सिंह ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट चटकाए, जिसके चलते RCB 20 ओवर में 190/9 का स्कोर ही बना सकी। यह स्कोर प्रतिस्पर्धी था, लेकिन पंजाब की मजबूत बल्लेबाजी को देखते हुए इसे आसान माना जा रहा था।

पंजाब की शुरुआत: तेज लेकिन अस्थिर

191 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब किंग्स ने पावरप्ले में शानदार शुरुआत की। प्रियांश आर्य और प्रभसिमरन सिंह ने पहले 6 ओवरों में 52 रन जोड़े, जिसने पंजाब को ड्राइविंग सीट पर ला दिया। लेकिन इसके बाद RCB के गेंदबाजों ने वापसी की, और इस वापसी का सबसे बड़ा नायक रहा क्रुणाल पंड्या।

क्रुणाल पंड्या का जादुई स्पेल

क्रुणाल पंड्या को सातवें ओवर में गेंदबाजी के लिए बुलाया गया, और उन्होंने अपने पहले ओवर में सिर्फ 3 रन देकर पंजाब की रन गति पर ब्रेक लगाया। उनकी धीमी गेंदें और सटीक लाइन-लेंथ पंजाब के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल बन गई। अगले ओवर में सुयश शर्मा पर प्रभसिमरन और जोश इंग्लिस ने 15 रन बटोरे, लेकिन क्रुणाल ने अपने दूसरे ओवर में वापसी की और प्रभसिमरन सिंह (26) को आउट कर पंजाब को पहला बड़ा झटका दिया।

इसके बाद रोमारियो शेपर्ड ने कप्तान श्रेयस अय्यर को सस्ते में पवेलियन भेजकर पंजाब को और दबाव में डाल दिया। क्रुणाल ने अपने तीसरे ओवर में केवल 7 रन दिए, जिसमें जोश इंग्लिस का एक छक्का शामिल था। लेकिन उनके चौथे ओवर में असली जादू देखने को मिला। क्रुणाल ने जोश इंग्लिस (जो तेजी से रन बना रहे थे) को लियाम लिविंगस्टोन के हाथों कैच आउट करवाया। क्रुणाल ने अपने 4 ओवरों में सिर्फ 17 रन देकर 2 महत्वपूर्ण विकेट लिए, जिसने पंजाब की बल्लेबाजी को पूरी तरह बिखेर दिया।

शशांक सिंह की तूफानी पारी, लेकिन नाकाफी

पंजाब की ओर से शशांक सिंह ने आखिरी ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। उन्होंने 30 गेंदों पर 61 रन बनाए, जिसमें कई शानदार छक्के शामिल थे। खास तौर पर आखिरी ओवर में भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ लगाए गए तीन छक्कों ने पंजाब की उम्मीदें जगा दीं। लेकिन आखिरी ओवर में 29 रनों के लक्ष्य को हासिल करना आसान नहीं था। जोश हेजलवुड ने शुरुआती दो गेंदों पर कोई रन नहीं दिया, जिसके चलते पंजाब 184/7 पर थम गया और 6 रन से हार गया।

हेजलवुड ने भी इस मैच में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने प्रियांश आर्य का शानदार कैच फिल सॉल्ट के हाथों करवाया और आखिरी ओवर में कसी हुई गेंदबाजी कर RCB की जीत सुनिश्चित की।

क्रुणाल पंड्या: फाइनल के असली सितारे

क्रुणाल पंड्या इस फाइनल के बिना शक सबसे बड़े हीरो थे। उनकी गेंदबाजी ने न केवल पंजाब की रन गति को रोका बल्कि महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट लेकर RCB को जीत की राह दिखाई। उनकी धीमी गेंदों और विविधताओं ने पंजाब के बल्लेबाजों को पूरी तरह से उलझा दिया। क्रुणाल को उनके 4 ओवर में 17 रन देकर 2 विकेट के प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। यह दूसरा मौका था जब क्रुणाल ने IPL फाइनल में यह पुरस्कार जीता, इससे पहले 2017 में मुंबई इंडियंस के लिए उन्होंने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था।

मैच के बाद क्रुणाल ने कहा, “पिच पर धीमी गेंदें काम कर रही थीं, और मैंने उसी रणनीति को अपनाया। RCB के लिए खेलना और ट्रॉफी जीतना मेरे लिए गर्व की बात है। यह जीत हमारे प्रशंसकों की मेहनत और समर्पण का नतीजा है।”

RCB की जीत का भावनात्मक महत्व

RCB की यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं थी, बल्कि 18 साल की मेहनत, विश्वास, और प्रशंसकों की उम्मीदों का फल थी। विराट कोहली, जो इस फ्रैंचाइजी के साथ अपने करियर की शुरुआत से जुड़े हैं, मैदान पर भावुक नजर आए। उन्होंने कहा, “यह जीत मेरे लिए और प्रशंसकों के लिए बहुत मायने रखती है। हमने हर साल कोशिश की, और आज का दिन हमारे लिए सपने जैसा है।”

कप्तान रजत पाटीदार ने भी गेंदबाजों की तारीफ की और कहा कि क्रुणाल की गेंदबाजी ने मैच का रुख पूरी तरह बदल दिया। भुवनेश्वर कुमार और हेजलवुड ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पंजाब की हार: कहां रह गई कमी?

पंजाब किंग्स ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन फाइनल में उनकी रणनीति में कुछ कमियां नजर आईं। मिडिल ओवरों में रन गति को बनाए रखने में उनकी नाकामी और इम्पैक्ट प्लेयर के गलत इस्तेमाल ने उन्हें महंगा पड़ा। शशांक सिंह की पारी शानदार थी, लेकिन वह अकेले दम पर मैच नहीं जिता सके।

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