डायबिटीज और किडनी रोगियों के लिए दिल का ख्याल रखना क्यों है जरूरी? जानिए हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह- HEART HEALTH TIPS

HEART HEALTH TIPS
  • टाइप 2 डायबिटीज और क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) से (HEART HEALTH TIPS) हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ता है.
  • खानपान, फिजिकल एक्टिविटी और दवा के सेवन में लापरवाही न करें.
  • खानपान, फिजिकल एक्टिविटी और दवा के सेवन में लापरवाही न करें.

🩺 HEART HEALTH TIPS- दिल का ख्याल रखना क्यों है ज़रूरी?

आज के तेज़ रफ्तार जीवन में सेहत और खान-पान को अक्सर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है. इसका असर न सिर्फ शरीर पर बल्कि मानसिक और दिल की सेहत पर भी पड़ता है. विशेषज्ञों का कहना है कि डायबिटीज और किडनी की समस्याओं से जूझ रहे लोगों को हार्ट हेल्थ पर विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि ये स्थितियाँ दिल की बीमारियों को न्योता देती हैं.

दरअसल, टाइप 2 डायबिटीज (T2D), क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) और हार्ट डिजीज के कई सामान्य जोखिम कारक होते हैं – जैसे हाई ब्लड शुगर, हाई ब्लड प्रेशर और शारीरिक गतिविधियों की कमी. टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों में CKD और हृदय रोग होने की संभावना ज्यादा होती है. हाई ब्लड शुगर आपके दिल और किडनी की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे इन अंगों की कार्यक्षमता प्रभावित होती है.

❤️ दिल की सुरक्षा के लिए कौन-कौन से उपाय करें?

  1. खान-पान में बदलाव लाएं
    आपकी डाइट हार्ट हेल्थ को सीधे प्रभावित करती है. विशेषज्ञ कहते हैं कि:
    सोडियम की मात्रा कम करें, ताकि ब्लड प्रेशर और किडनी फंक्शन कंट्रोल में रहें.
    साबुत अनाज, फलियां, हरी सब्जियां और फाइबर रिच फूड्स को डाइट में शामिल करें.
    प्रोसेस्ड फूड और शुगर से भरपूर ड्रिंक्स से बचें.
    लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट जैसे एवोकाडो, ऑलिव ऑयल को शामिल करें.
  1. फिजिकल एक्टिविटी को प्राथमिकता दें
    रोजाना 30 मिनट की वॉक, योग, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या साइकलिंग करने से दिल की धड़कनें सामान्य बनी रहती हैं.
    ध्यान और ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ ब्लड प्रेशर को स्थिर रखने और तनाव कम करने में सहायक हैं.
  1. किडनी की नियमित जांच कराएं
    डायबिटीज रोगियों को साल में एक बार किडनी की जांच जरूर करानी चाहिए.
    क्रिएटिनिन, GFR और यूरिन एलब्यूमिन टेस्ट्स से शुरुआती स्तर पर किडनी डैमेज का पता लगाया जा सकता है.
    यह जांचें दिल से जुड़ी संभावित समस्याओं को भी समय रहते पहचानने में मदद करती हैं.
  1. दवा का समय पर सेवन करें
    डॉक्टर द्वारा दी गई ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने वाली दवाओं को नियमित लें.
    दवा न लेने से हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.
  1. स्मोकिंग और शराब से बचें
    धूम्रपान और अल्कोहल हृदय रोग का बड़ा कारण बनते हैं.
    यह ब्लड प्रेशर बढ़ाते हैं और धमनियों को संकीर्ण कर देते हैं, जिससे दिल को अतिरिक्त दबाव झेलना पड़ता है.
    डाइट हार्ट हेल्थ को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

🧪 एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं?

नेशनल किडनी फाउंडेशन (NKF) और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) जैसे संस्थान सलाह देते हैं कि जो लोग डायबिटीज और किडनी संबंधी बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें हार्ट हेल्थ को लेकर बेहद सतर्क रहना चाहिए. उनका मानना है कि शुरुआती जीवनशैली में सुधार और नियमित चेकअप से 60% तक दिल की बीमारियों का जोखिम कम किया जा सकता है.

नोट-

(डिस्क्लेमर: इस वेबसाइट पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से दी गई हैं. यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं हैं. किसी भी स्वास्थ्य समस्या या दवा को शुरू या बंद करने से पहले कृपया अपने चिकित्सक या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें.)

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