मुरादाबाद/देहरादून। उत्तराखंड की शांत वादियों में तबाही का ऐसा मंजर देखने को मिला जिसने मुरादाबाद जनपद को झकझोर दिया। बिलारी थाना क्षेत्र के ग्राम मुड़िया के मजदूरों का एक दल काम करने के लिए देवभूमि गया था, लेकिन पहाड़ों के बीच अचानक आई प्राकृतिक आपदा उनकी जिंदगी छीन ले गई।
हरिद्वार से देहरादून की ओर बढ़ रहे ग्रामीणों पर अचानक बादल फटने की घटना ने कहर बरपा दिया। भीषण गर्जना के बाद पानी और मलबे की तेज धाराओं ने सब कुछ बहा दिया। ग्रामीणों को संभलने का मौका तक नहीं मिला और वे बाढ़ की रौद्र लहरों में समा गए।इस त्रासदी में मुड़िया गांव के छह लोगों मदन, नरेश, हरचरण, सोमवती, हिना और किरण की मौत हो गई। जबकि तीन लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
#मुरादाबाद आसमान से बरसी मौत: उत्तराखंड बादल फटने से मुरादाबाद के बिलारी के 6 लोगों की मौत, गांव में मातम pic.twitter.com/JCZfBxvpId
— NATION NOW समाचार (@nnstvlive) September 17, 2025
प्रशासन लगातार खोजबीन में जुटा है। गांव में घटना की खबर पहुंचते ही मातम छा गया। हर गली से चीख-पुकार की आवाजें सुनाई देने लगीं।एसडीएम बिलारी विनय कुमार ने छह मौतों की पुष्टि की है। भाजपा नेता सुरेश सैनी ने बताया कि मृतक सभी मजदूर वर्ग से थे और खनन कार्य के लिए जा रहे थे।
इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हृदय विदारक घटना पर गहरा शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
देवभूमि की यह त्रासदी मुरादाबाद के मुड़िया गांव के लिए एक ऐसी काली रात बन गई है, जिसे भुलाना आसान नहीं होगा।