दिल्ली – स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) की परीक्षाओं को लेकर इन दिनों अभ्यर्थियों में असमंजस और विरोध की स्थिति बनी हुई है। सोशल मीडिया पर लगातार आवाज उठ रही है कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी है और छात्रों को बहकाया जा रहा है।कई छात्र संगठनों का आरोप है कि परीक्षा परिणाम और चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ तथाकथित कोचिंग संस्थान और सोशल मीडिया हैंडल छात्रों की भावनाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें आंदोलनों की ओर धकेल रहे हैं। SSC परीक्षा विवाद
दिल्ली के रामलीला मैदान में कर्मचारी चयन (SSC) हजारों अभ्यर्थी इकट्ठा हुए थे। यह सभी अभ्यर्थी परीक्षाओं में कथित गड़बड़ियों के विरोध में धरने पर बैठे थे। वहीं इन्हें हटाने के लिए पुलिस जब पहुंची तो इनकी बहस हो गई। रविवार शाम दिल्ली के रामलीला मैदान में भारी हंगामा हुआ। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। SSC परीक्षा विवाद
विश्वगुरु बनने की तरफ तेज़ी से अग्रसर होते सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में बेरोजगार युवाओं को नौकरी के बदले लाठी मिलने का चलन तेज़ी से बढ़ता जा रहा है…!!
— Mamta Tripathi (@MamtaTripathi80) August 24, 2025
पढ़ना लिखना मानों अपराध है क्योंकि नौकरी मांगने पर लाठी देगी सरकार…चाहें राज्य हो या केन्द्र…
वैसे रामलीला मैदान, #दिल्ली… pic.twitter.com/P8skXf6EDt
अधिकारियों ने बताया कि 15,000 से ज़्यादा प्रदर्शनकारी जमा हुए थे, जिनमें से लगभग 100 ने दिन भर के लिए रैली खत्म करने से इनकार कर दिया। इसके कारण SSC उम्मीदवारों और पुलिस के बीच टकराव हुआ, जिसके कारण लगभग 44 छात्रों को हिरासत में लिया गया। इस बीच पुलिस ने कथित तौर पर छात्रों से शुरू में तय समय के बाद विरोध प्रदर्शन रोकने का अनुरोध किया।SSC परीक्षा विवाद
वहीं, दूसरी तरफ आयोग का कहना है कि परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है और सभी चयन नियमों के तहत ही किए जा रहे हैं। आयोग का दावा है कि अभ्यर्थियों को अफवाहों और भ्रामक खबरों से बचना चाहिए। SSC परीक्षा विवाद
विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय सबसे ज़रूरी है कि SSC पारदर्शी ढंग से हर चरण की जानकारी अभ्यर्थियों तक पहुंचाए, ताकि छात्रों के बीच भ्रम की स्थिति न बने।SSC परीक्षा विवाद