भोपाल/गांधी सागर। मध्यप्रदेश के गांधी सागर अभ्यारण्य में प्रोजेक्ट चीता के तहत एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। कूनो अभ्यारण्य में मादा चीता ‘धीरा’ को शिफ्ट किया गया, जिससे यहां अब चीतों की संख्या तीन हो गई। इससे पहले अप्रैल में दो नर चीतों को कूनो में छोड़ा गया था।
धीरा की यात्रा और सुरक्षा
धीरा को कूनो अभ्यारण्य में पहुंचाने के लिए लगभग 7 घंटे की यात्रा की गई। इस दौरान वन्यजीव विभाग की टीम ने सुनिश्चित किया कि धीरा को किसी भी तरह की चोट या तनाव न हो। उसे सुरक्षित स्थान पर छोड़े जाने के बाद तुरंत उसकी निगरानी शुरू कर दी गई।
निगरानी और देखभाल
वन्यजीव विभाग ने बताया कि धीरा को शिफ्ट करने के बाद अगले तीन महीनों तक सीसीटीवी और ऑन-ग्राउंड टीम द्वारा उसकी पूरी निगरानी की जाएगी। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि धीरा नए पर्यावरण में सुरक्षित और सहज रहे। इसके साथ ही, यह अन्य चीतों के साथ मेलजोल और प्रजनन की प्रक्रिया को भी आसान बनाएगा।
प्रोजेक्ट चीता भारत में चीतों की संख्या बढ़ाने और उनकी जैविक विविधता को सुरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। कूनो अभ्यारण्य में धीरा के आने के बाद चीतों की संख्या तीन हो गई है, जो प्रजनन और प्रजाति संरक्षण के लिहाज से महत्वपूर्ण है।वन्यजीव विभाग ने सभी पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे चीता संरक्षण और सुरक्षा नियमों का पालन करें, ताकि प्रोजेक्ट चीता के तहत किए जा रहे प्रयास सफल हों।