वाराणसी | रिपोर्ट–मनीष पटेल काशी और तमिल परंपराओं के बीच आध्यात्मिक व सांस्कृतिक सेतु माने जाने वाले काशी तमिल संगमम् के प्रथम समूह ने आज काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन किया। आगमन पर मंदिर प्रशासन ने सभी अतिथियों का परंपरागत गरिमा के साथ स्वागत किया। पुष्प वर्षा, डमरू वादन और मंत्रोच्चार की गूँज ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक आस्था से भर दिया।

दर्शन के बाद समूह को काशी विश्वनाथ धाम के भव्य कॉरिडोर का विस्तृत भ्रमण करवाया गया। प्रशासनिक टीम ने धाम के ऐतिहासिक रूपांतरण, मंदिर परिसर की स्थापत्य कला, सुविधाओं एवं कॉरिडोर के पुनर्निर्माण के महत्व की विस्तृत जानकारी दी।अतिथियों ने काशी के नव्य-भव्य स्वरूप और श्रद्धा-धारा के निरंतर विस्तार की सराहना की।

भ्रमण के उपरांत मंदिर द्वारा संचालित अन्नक्षेत्र में सभी मेहमानों के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था की गई। यहां परोसे गए प्रसाद ने काशी की सेवा-परंपरा, अतिथि-नवाज़ी और आध्यात्मिक संस्कृति का गहरा अनुभव कराया।काशी तमिल संगमम् के इस प्रारंभिक समूह का आगमन और दर्शन कार्यक्रम, दोनों समुदायों के बीच सांस्कृतिक-आध्यात्मिक रिश्तों को सुदृढ़ करने वाला महत्वपूर्ण क्षण साबित हुआ। यह दिवस काशी और तमिल परंपराओं के संगम का जीवंत प्रतीक बनकर दर्ज हुआ।
