संवाददाता: हिमांशु शर्मा कानपुर देहात में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता इरफान सोलंकी ने हाल ही में जेल में बिताए अपने समय का जिक्र करते हुए कहा, “मैंने 34 महीने जेल में बड़ी तकलीफें झेली हैं, जबकि मैं 34 घंटे का भी हकदार नहीं था। जनता का प्यार और उनका साथ ही मेरी असली ताकत है, जिसने मुझे मजबूती से खड़ा रखा।”

उन्होंने आगामी 2027 विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया।

इरफान सोलंकी ने कहा,“जनता की अदालत ही सबसे बड़ी अदालत होती है। मैं और मेरी पत्नी नसीम सोलंकी जनता की सेवा के लिए चुनाव मैदान में उतरेंगे। हम जनता के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनेंगे और उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे। विधायक बनकर हम जनता के बीच ही रहेंगे।”

इरफान सोलंकी के इस बयान के बाद कानपुर देहात में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ गई हैं। उनके इस दावे से कि पति-पत्नी दोनों विधायक बन सकते हैं, अटकलें तेज हो गई हैं कि वह नगर की बजाय देहात की सीट पर भी अपना दावा पेश कर सकते हैं।

वर्तमान में उनकी पत्नी नसीम सोलंकी उसी विधानसभा सीट से विधायक हैं, जहां पहले इरफान सोलंकी विधायक रहे हैं। इस ऐलान से स्पष्ट है कि सोलंकी दंपत्ति जनता के बीच रहकर अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने की तैयारी में हैं, और आने वाले चुनाव में यह सीटें उनके लिए निर्णायक साबित हो सकती हैं।