Himachal Flood News: हिमाचल प्रदेश में मानसून तबाही लेकर आया है। बीते दो दिनों में लगातार हो रही भारी बारिश ने राज्य के कई जिलों को बेहाल कर दिया है। मनाली में ब्यास नदी उफान पर है, मंडी में बादल फटने से तबाही मच गई है और शिमला में लैंडस्लाइड की घटनाएं लोगों के दिलों में डर बैठा रही हैं। पूरे राज्य में हालात भयावह होते जा रहे हैं।
🔴 ब्रेकिंग न्यूज – हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर
— NATION NOW समाचार (@nnstvlive) July 1, 2025
▪️ मनाली में ब्यास नदी उफान पर, मंडी में फटा बादल, शिमला में लैंडस्लाइड
▪️ कुल्लू में बादल फटने के बाद सैलाब, शिमला में पांच मंजिला इमारत भरभराकर गिरी
▪️ मंडी के पंडोह डैम से छोड़ा गया 1.5 लाख क्यूसेक पानी, बाजारों में मचा हड़कंप… pic.twitter.com/rdlb1mlpyM
पांच मंजिला इमारत भरभराकर गिरी- Himachal Flood News
कुल्लू जिले में बादल फटने के बाद आई बाढ़ की तस्वीरें अभी तक लोगों के जेहन में थीं कि शिमला में एक पांच मंजिला इमारत भरभराकर गिर गई। इमारत पहले से ही क्षतिग्रस्त थी और प्रशासन ने समय रहते उसे खाली करवा लिया था। हालांकि जान-माल की हानि नहीं हुई, लेकिन घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी है।
6 जुलाई तक तेज बारिश का अलर्ट– Himachal Flood News
शिमला में रिज क्षेत्र में पूरी तरह से धुंध छाई हुई है और मौसम विभाग ने 6 जुलाई तक तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। लैंडस्लाइड की घटनाएं बढ़ रही हैं जिससे कई मार्ग बाधित हो चुके हैं। Himachal Flood News

मंडी जिले के पंडोह डैम से अचानक 1.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से पंडोह बाजार में बाढ़ जैसे हालात बन गए। लोग रातोंरात घरों से बाहर निकलकर ऊंचाई वाले स्थानों पर पहुंचने लगे। मंडी में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। जिले के सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र थुनाग, करसोग और कुकलाह रहे, जहां सड़कों के बह जाने और नदी-नालों में अचानक बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। Himachal Flood News

सोलन जिले में चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे-5 के चक्की मोड़ पर पहाड़ी से लगातार पत्थर और मलबा गिरने के कारण बार-बार ट्रैफिक बाधित हो रहा है। हाईवे पर लंबा ट्रैफिक जाम लगा है और वाहन चालकों को कई-कई घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। Himachal Flood News
राज्य में अब तक मानसून से जुड़े हादसों में 20 लोगों की मौत हो चुकी है, और सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार जून महीने में 37% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस अनियंत्रित वर्षा ने राज्य में कई स्तरों पर संकट पैदा कर दिया है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही –
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) July 1, 2025
करसोग इलाके में 2 जगह बादल फटा। 1 व्यक्ति की मौत हुई, 7 लोग लापता हैं। कुछ गाड़ियां बह गईं। बाखलीखड्ड पर 16 मेगावाट का पॉवर प्रोजेक्ट तबाह हुआ। ब्यास नदी में भयंकर बाढ़ है। स्कूल-कॉलेज बंद हैं। पूरे राज्य में अलर्ट है। pic.twitter.com/P4cZDY25px
130 इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप है, कई जगहों पर पानी की सप्लाई भी बंद कर दी गई है। अब तक 259 सड़कें बंद हो चुकी हैं, जिससे हजारों लोग फंसे हुए हैं। राहत कार्य जारी हैं लेकिन लगातार बारिश से उन्हें भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
राज्य के ऊना, बिलासपुर, मंडी, हमीरपुर, चंबा और कांगड़ा जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि वे पहाड़ी या भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
हिमाचल में बारिश अब केवल मौसम नहीं, एक आपदा का रूप ले चुकी है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन बल पूरी मुस्तैदी से राहत कार्य में लगे हैं, लेकिन लगातार बारिश की वजह से उन्हें भी समय पर राहत पहुंचाने में मुश्किलें आ रही हैं। आने वाले कुछ दिन राज्य के लिए और मुश्किल हो सकते हैं।