GURU PURNIMA 2025: गुरु पूर्णिमा पर चमकेगा बक मून; 10 जुलाई को रात आसमान में दिखेगा बड़ा और चमकीला चंद्रमा

GURU PURNIMA 2025:

GURU PURNIMA 2025: गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर आज रात आसमान एक विशेष खगोलीय घटना का गवाह बनेगा। यह घटना है — ‘बक मून’, यानी जुलाई माह की पूर्णिमा को दिखाई देने वाला विशेष और बड़ा चंद्रमा, जो आम दिनों की तुलना में अधिक चमकीला और विशाल नजर आता है। GURU PURNIMA 2025

🌌 क्या है बक मून?– GURU PURNIMA 2025

वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला (तारामंडल), गोरखपुर के खगोल वैज्ञानिक अमर पाल सिंह के अनुसार, जुलाई महीने में दिखाई देने वाले इस पूर्ण चंद्रमा को ‘बक मून’ कहा जाता है। यह नाम नेटिव अमेरिकन परंपरा से लिया गया है, जहां ‘बक’ शब्द का अर्थ है नर हिरण। यह वह समय होता है जब नर हिरणों की नई सींगें पूरी तरह से विकसित हो जाती हैं, और इस प्राकृतिक घटना से जुड़ाव के चलते इस चंद्रमा को बक मून कहा जाता है।

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🌠 गुरु पूर्णिमा पर खगोलीय संयोग– GURU PURNIMA 2025

इस वर्ष, बक मून का उदय 10 जुलाई की रात को होगा और यह पूरी रात आसमान में अपनी अद्भुत छटा बिखेरता रहेगा। भारतीय समयानुसार, यह चंद्रमा 11 जुलाई की सुबह 2:08 AM IST पर अपने चरम बिंदु पर होगा।

खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि इस दौरान चंद्रमा क्षितिज के करीब रहेगा, जिससे उसका आकार काफी बड़ा नजर आएगा। स्पष्ट आसमान और कम रोशनी वाले क्षेत्रों से इसे नंगी आंखों से ही देखा जा सकता है। GURU PURNIMA 2025

🌍 सांस्कृतिक विविधता में बक मून– GURU PURNIMA 2025

अमर पाल सिंह के अनुसार, बक मून को विभिन्न संस्कृतियों में अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है।

  • भारत में यह दिन गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है, जो गुरु-शिष्य परंपरा का प्रतीक है।
  • अमेरिका में कुछ जनजातियां इसे Thunder Moon (तूफानी चंद्रमा) कहती हैं क्योंकि जुलाई में बड़े तूफानों की संभावना अधिक होती है।
  • अन्य नामों में Salmon Moon, Raspberry Moon, Mead Moon, Hay Moon और Herb Moon भी शामिल हैं।

इस नामकरण की जानकारी प्राचीन अमेरिकी पत्रिका Old Farmer’s Almanac में भी दर्ज है, जो बताता है कि यह नाम अमेरिकी मूल जनजातियों की परंपराओं से आया है।

🔭 कैसे देखें बक मून?– GURU PURNIMA 2025

बक मून को देखने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं है।
खगोलविदों की सलाह:

  • आकाश स्पष्ट और बादल रहित हो
  • प्रकाश प्रदूषण कम हो
  • खुले मैदान या ऊंचे स्थान से देखना बेहतर
  • इसे साधारण आंखों से सीधे देखा जा सकता है

भारत के हर हिस्से से यह खगोलीय दृश्य पूरी रात स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।

बक मून का प्रतीकात्मक महत्व– GURU PURNIMA 2025

बक मून को सिर्फ खगोलीय नहीं, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी खास माना जाता है। कई लोग इसे

  • नए संकल्पों की शुरुआत
  • के प्रतीक के रूप में मानते हैं।
  • नवीनता
  • शक्ति और ऊर्जा का संचार

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