नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 भारत फिर से लोगों के बीच चिंता का कारण (COVID 19 NEW WAVE) बन रहा है। हाल के दिनों में देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी देखी जा रही है। वर्तमान में एक्टिव केसों की संख्या 1326 तक पहुंच चुकी है, और कुल 14 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है, जिनमें से 6 मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं। इस लेख में हम नए कोविड वैरिएंट, उनके लक्षण, और कोरोना से बचाव के उपायों पर विस्तार से बात करेंगे। यह जानकारी आपको सतर्क और सुरक्षित रहने में मदद करेगी।
भारत में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति- COVID 19 NEW WAVE
हाल के आंकड़ों के अनुसार, देश के कई राज्यों में कोविड-19 के नए मामले सामने आ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में दो नए मरीजों की पहचान हुई है, जो केरल के निवासी हैं और श्रीनगर के एक डेंटल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। महाराष्ट्र के ठाणे में एक 67 वर्षीय व्यक्ति की मृत्यु हुई, जो उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित थे। उन्होंने कोविड वैक्सीन भी नहीं ली थी। COVID 19 NEW WAVE
चंडीगढ़ में उत्तर प्रदेश के एक 40 वर्षीय व्यक्ति की सांस लेने में तकलीफ के बाद मृत्यु हो गई। उनकी जांच में कोविड पॉजिटिव पाया गया था। राजस्थान के जयपुर में 26 मई को दो लोगों की मौत हुई। इनमें से एक व्यक्ति रेलवे स्टेशन पर मृत पाया गया, और दूसरा 26 वर्षीय युवक था, जो पहले से टीबी की बीमारी से जूझ रहा था। कर्नाटक और केरल में भी कोविड से संबंधित कुछ मौतें दर्ज की गई हैं। COVID 19 NEW WAVE
कोविड-19 अपडेट्स: तालिका में एक नजर- COVID 19 NEW WAVE
नीचे दी गई तालिका में भारत में कोविड-19 की ताजा स्थिति को संक्षेप में दर्शाया गया है:
राज्य/क्षेत्र | नए मामले | मृत्यु | विवरण |
---|---|---|---|
जम्मू-कश्मीर | 2 | 0 | केरल के दो छात्र श्रीनगर में कोविड पॉजिटिव पाए गए |
महाराष्ट्र | अज्ञात | 6 | ठाणे में 67 और 21 वर्षीय मरीजों की मृत्यु |
चंडीगढ़ | 1 | 1 | यूपी के 40 वर्षीय व्यक्ति की सांस की तकलीफ से मृत्यु |
राजस्थान | 2 | 2 | जयपुर में एक रेलवे स्टेशन पर, दूसरा टीबी मरीज |
कर्नाटक | अज्ञात | 1 | बेंगलुरु में 84 वर्षीय व्यक्ति की मल्टी-ऑर्गन फेल्योर से मृत्यु |
केरल | अज्ञात | 2 | दो व्यक्तियों की कोविड से मृत्यु |
नए कोविड वैरिएंट: क्या हैं ये?- COVID 19 NEW WAVE
भारत में हाल ही में चार नए कोविड वैरिएंट—LF.7, XFG, JN.1, और NB.1.8.1—की पहचान की गई है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, ये वैरिएंट मुख्य रूप से दक्षिण और पश्चिम भारत में फैल रहे हैं। इनमें से JN.1 वैरिएंट सबसे ज्यादा पाया जा रहा है, जो टेस्टिंग में 50% से अधिक सैंपल में मौजूद है।
JN.1, ओमिक्रॉन के BA.2.86 स्ट्रेन का एक रूप है, जिसे पहली बार अगस्त 2023 में देखा गया था। इसमें लगभग 30 म्यूटेशन्स हैं, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे “वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट” की श्रेणी में रखा है, लेकिन इसे गंभीर खतरे के रूप में नहीं माना गया। NB.1.8.1 वैरिएंट में स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन्स (A435S, V445H, T478I) इसे तेजी से फैलने में मदद करते हैं। COVID 19 NEW WAVE
विशेषज्ञों का क्या कहना है?- COVID 19 NEW WAVE
आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल का कहना है कि 2022 के बाद से कोविड के मामलों में उतार-चढ़ाव सामान्य रहा है, और इस बार भी स्थिति गंभीर होने की संभावना कम है। उनका मानना है कि घबराने की बजाय सतर्क रहना जरूरी है। दूसरी ओर, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने संभावना जताई है कि अगर कोविड की चौथी लहर आती है, तो यह 21 से 28 दिन तक प्रभावी रहेगी, लेकिन दूसरी लहर की तरह जानलेवा नहीं होगी।
प्रोफेसर चौबे ने यह भी कहा कि वैक्सीनेशन करवाने वालों को भी कोरोना से बचाव के लिए सतर्क रहना चाहिए। नए वैरिएंट पर वैक्सीन का असर सीमित हो सकता है, लेकिन वैक्सीन से मिली प्रतिरक्षा अभी भी गंभीर बीमारी से बचाने में मददगार है।
कोविड लक्षण और लॉन्ग कोविड का जोखिम- COVID 19 NEW WAVE
कोविड लक्षण में बुखार, गले में खराश, सिरदर्द, थकान, और कुछ मामलों में सांस लेने में कठिनाई शामिल है। JN.1 वैरिएंट के लक्षण सामान्य सर्दी जैसे हो सकते हैं, जो कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रह सकते हैं। अगर लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो यह “लॉन्ग कोविड” का संकेत हो सकता है। लॉन्ग कोविड में मरीज ठीक होने के बाद भी थकान, सांस की दिक्कत, और मानसिक अस्पष्टता का सामना कर सकते हैं। COVID 19 NEW WAVE
कोरोना से बचाव के उपाय
कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए, निम्नलिखित उपाय अपनाना जरूरी है:-
- मास्क पहनें: भीड़-भाड़ वाली जगहों पर एन95 या सर्जिकल मास्क का उपयोग करें।
- हाथों की सफाई: नियमित रूप से साबुन से 20 सेकंड तक हाथ धोएं या सैनिटाइजर का उपयोग करें।
- दूरी बनाए रखें: सामाजिक दूरी का पालन करें और भीड़ से बचें।
- वैक्सीनेशन: वैक्सीन और बूस्टर डोज लेना सुनिश्चित करें।
- स्वास्थ्य जांच: लक्षण दिखने पर तुरंत कोविड टेस्ट करवाएं और चिकित्सक से संपर्क करें।
वैक्सीन की भूमिका और भविष्य की रणनीति
वैक्सीन प्रभावशीलता पर विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन नए वैरिएंट के खिलाफ पूरी तरह प्रभावी नहीं हो सकती, लेकिन यह गंभीर बीमारी और मृत्यु के जोखिम को कम करती है। नियमित बूस्टर डोज लेना महत्वपूर्ण है। ICMR और अन्य संस्थान नए वैरिएंट की निगरानी के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग को बढ़ावा दे रहे हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 भारत अब एक स्थानीय बीमारी के रूप में रह सकता है, जिसके मामले समय-समय पर बढ़ सकते हैं। हालांकि, दूसरी लहर जैसी स्थिति की संभावना कम है। फिर भी, सावधानी और जागरूकता जरूरी है।
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सोर्स- BHASKAR