संवाददाता: प्रमोद शर्मा | लोकेशन: बरेली
बरेली जिला सहकारी बैंक, फरीदपुर शाखा में ₹1.31 करोड़ रुपये के गबन ने बैंकिंग व्यवस्था और सहकारी तंत्र की साख पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। पुलिस ने इस आर्थिक घोटाले के मुख्य आरोपी, तत्कालीन शाखा प्रबंधक गौरव वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि वर्तमान शाखा प्रबंधक मुकेश, कैशियर चंद्र प्रकाश और कर्मचारी दीपक पांडेय अब भी फरार हैं। बरेली जिला सहकारी बैंक में 1.31 करोड़ का गबन
एसपी साउथ अंशिका वर्मा खुद इस मामले की जांच की कमान संभाले हुए हैं। विशेष टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही हैं। बैंक के वरिष्ठ सहायक अंकित कुमार की शिकायत पर उच्च अधिकारियों द्वारा गठित टीम की जांच में खुलासा हुआ कि बैंक कर्मियों ने फर्जी दस्तावेज और लेन-देन रजिस्टर में हेरफेर कर यह गबन किया। बरेली जिला सहकारी बैंक में 1.31 करोड़ का गबन

जांच में कई अन्य कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। अब बैंक के सर्वर लॉग, आंतरिक रिकॉर्ड और रजिस्टर की गहन जांच हो रही है। सूत्रों का कहना है कि यह मामला केवल चार लोगों का नहीं, बल्कि पूरे नेटवर्क की ओर इशारा करता है। बरेली जिला सहकारी बैंक में 1.31 करोड़ का गबन
पुलिस ने गौरव वर्मा को थाना परिसर के पास से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। एसएचओ राधेश्याम का कहना है— “दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों।” बरेली जिला सहकारी बैंक में 1.31 करोड़ का गबन

यह मामला केवल एक शाखा का वित्तीय घोटाला नहीं, बल्कि सहकारी बैंकिंग प्रणाली में भ्रष्टाचार और निगरानी की ढीली व्यवस्था का खुला सबूत है। जनता की गाढ़ी कमाई को चूना लगाने वालों के खिलाफ कानून का शिकंजा कसना अब अनिवार्य है। बरेली जिला सहकारी बैंक में 1.31 करोड़ का गबन