कानपुर देहात: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अंदर गुटबाजी और कलह तेज हो गई है, जो अब लखनऊ तक पहुंच गई है।पार्टी ने पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज शुक्ला, राजेश तिवारी और पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह नोटिस प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के निर्देश पर पार्टी महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल ने जारी किया। कानपुर देहात बीजेपी में आंतरिक कलह
सूत्रों के अनुसार, पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी को अनुशासनहीनता का नोटिस दिया गया है। नोटिस में कहा गया है कि तीनों नेताओं की गतिविधियां पार्टी के आचरण के विपरीत हैं और यह अनुशासनहीनता मानी जाती है। तीनों नेताओं को 7 दिन में अपना जवाब देने के लिए कहा गया है।यदि नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो पार्टी तीनों नेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।दरअसल, पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज शुक्ला और राजेश तिवारी ने हाल ही में अकबरपुर के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें उन्होंने दूसरी पार्टियों से आने वाले नेताओं पर निशाना साधा। यही कारण माना जा रहा है कि पार्टी ने अनुशासनहीनता का नोटिस जारी किया। कानपुर देहात बीजेपी में आंतरिक कलह
पूर्व जिलाध्यक्षों ने आरोप लगाए—चारों विधायक भ्रष्ट और बाहरी पार्टी से आए
हाल ही में पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज शुक्ला और राजेश तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के चारों विधायकों पर गंभीर आरोप लगाए।उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद दूसरे दलों से आए नेता मठाधीश बन गए हैं और पार्टी को व्यक्तिगत हित साधने का माध्यम बना लिया है। उनके अनुसार, चारों विधायक भ्रष्ट हैं—कोई बसपा से, कोई सपा से और कोई कांग्रेस से आया।पूर्व जिलाध्यक्षों का कहना है कि इनमें से कोई भी पुराना भाजपाई नहीं है, और ये नेता चलती रेलगाड़ी में सवार होकर बस लूटने में लगे हैं, जिससे पार्टी की छवि धूमिल हो रही है।इस बयान के बाद बीजेपी में अंदरूनी कलह और गुटबाजी बढ़ गई है और पार्टी ने तीन वरिष्ठ नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
प्रतिभा शुक्ला के पति ने अनिल वारसी ने दिया था धरना कानपुर देहात बीजेपी में आंतरिक कलह
बता दें, 24 जुलाई को योगी सरकार में राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति अनिल वारसी ने कानपुर देहात के कोतवाली में 6 घंटे धरना दिया था. साथ ही, उन्होंने कोतवाली प्रभारी सतीश सिंह पर भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराने का आरोप लगाया था. इसके बाद एसपी अरविंद मिश्रा ने मंत्री से बदसलूकी करने के आरोप में लालपुर चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया था. इसी मामले में योगी सरकार ने अनिल वारसी को नोटिस जारी किया है.