अजय शर्मा लखनऊ नगर निगम ने हाल ही में महिला राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चारबाग में स्वच्छता अभियान का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को गंदगी नहीं बल्कि स्वच्छता बढ़ाने के महत्व से अवगत कराना था। “गंदगी नहीं, स्वच्छता को बढ़ाए, लखनऊ को हम सब मिलकर सजाएं” के नारे के तहत यह अभियान शुरू किया गया।नगर निगम की टीम ने उपस्थित लोगों को घर और मोहल्लों की सफाई के सही तरीकों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि घर से निकलने वाले गीले कचरे को मिट्टी में कंपोस्ट किया जा सकता है, जिससे वह प्राकृतिक खाद में परिवर्तित हो जाता है। वहीं, सूखा कचरा, जैसे प्लास्टिक और कागज, नगर निगम की टीम या कबाड़ी वालों को सौंपकर रिसाइक्लिंग प्रक्रिया में शामिल किया जा सकता है।

डंपिंग गाड़ियों की भूमिका
नगर निगम ने बताया कि शहर भर में डंपिंग गाड़ियां हफ्ते में सातों दिन कचरा एकत्र करती हैं। यदि किसी दिन डंपिंग गाड़ी नहीं आती, तो नागरिक टोल फ्री नंबर 18001234999 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इससे यह सुनिश्चित होता है कि शहर का कचरा समय पर डंपिंग हाउस में पहुंचा और रिसाइक्लिंग प्रक्रिया में इस्तेमाल हो।

कचरे को अलग करने का महत्व
अभियान में यह भी बताया गया कि कचरे को तीन श्रेणियों में अलग करना जरूरी है: गीला, सूखा और खतरनाक।
- गीला कचरा: सब्जियों का कचरा, भोजन के अवशेष – कंपोस्टिंग के लिए
- सूखा कचरा: प्लास्टिक, कागज – रिसाइक्लिंग के लिए
- खतरनाक कचरा: बैटरी, सुई, पुरानी दवाएं – विशेष रूप से अलग संग्रह
नगर निगम ने यह चेतावनी भी दी कि कचरा खुले में फेंकना या जलाना कानूनी अपराध है। इसलिए, प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह कचरा उचित तरीके से जमा करे।
व्यवसायिक इकाइयों का योगदान
दुकानदारों, रेहड़ी-पटरी वालों और खोमचे वालों से आग्रह किया गया कि वे अपने स्टाल पर हरे और नीले रंग के कूड़ेदान रखें। ग्राहकों से इसे इस्तेमाल करने के लिए कहें। इससे न केवल स्वच्छता बनी रहेगी, बल्कि शहर का सौंदर्य भी बढ़ेगा।
नगर निगम की शिक्षा और जागरूकता
इस अभियान का लक्ष्य केवल कचरे को इकट्ठा करना नहीं था। नगर निगम की टीम ने लोगों को घर-घर जाकर स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के महत्व से अवगत कराया। उपस्थित नागरिकों ने इस अभियान में सक्रिय भागीदारी दिखाई और साफ-सफाई के नए उपाय सीखे।नगर निगम ने जोर देकर कहा कि स्वच्छता के प्रयासों में हर नागरिक की भागीदारी अनिवार्य है। कचरा छंटाई, कंपोस्टिंग और रिसाइक्लिंग के सही तरीके अपनाकर ही शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सकता है।