कोलकाता। कोलकाता व आसपास के जिलों में सोमवार रात से लेकर मंगलवार सुबह तक हुई भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जलजमाव में प्रवाहित करंट की चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई।
कोलकाता और हावड़ा में कई जगहों पर घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे सड़क, ट्रेन यहां तक कि मेट्रो सेवा भी ठप हो गई। क्रू मेंबर और पायलटो के देर से पहुंचने से विमान सेवा भी प्रभावित हुई है। कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के मुताबिक पिछले चार दशक में सितंबर महीने में अब तक की सबसे ज्यादा 300 मिलीमीटर बारिश हुई है।

शहर में और अधिक बारिश होने की आशंका
कोलकाता के कई इलाके जलमग्न हैं। हावड़ा के रेलवे यार्ड में भी बारिश का पानी घुस गया है। बारिश का पूजा पंडालों की तैयारियों पर भी भारी असर पड़ा है।आधी रात के बाद लगातार पांच घंटे हुई भारी बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गईं और कोलकाता में कई घरों एवं आवासीय परिसरों में पानी घुस गया। शहर में और अधिक बारिश होने की आशंका है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के अनुसार, शहर के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बारिश की तीव्रता ज्यादा रही। गड़िया में कुछ ही घंटों में 332 मिलीमीटर बारिश हुयी, जबकि जोधपुर पार्क में 285 मिमी बारिश दर्ज की गई। कालीघाट में 280 मिमी, तपसिया में 275 मिमी, बालीगंज में 264 मिमी, जबकि उत्तर कोलकाता के कुछ इलाकों में 195 मिमी बारिश हुई।